खबर उत्तराखंड में कई इलाकों से जंगल में आग लगने की घटनाएं सामने आ रही हैं। इस आग से हजारों की वन सम्पदा का नुकसान हो रहा है।जी हां,ताजा मामला नैनीताल जिले के गरमपानी का है। जहां रानीखेत खैरना स्टेट हाईवे पर पातली क्षेत्र में आग धधकने से हड़कंप मच गया। पहाड़ी से पत्थर गिरने से दो वाहनों के शीशे चकनाचूर हो गए। कई वाहन बाल- बाल बचे। स्टेट हाईवे तक आग की लपटें पहुंचने से आवाजाही भी प्रभावित रही। हवा के तेज झोंकों से आग और विकराल हो गई।
बता दें की शुक्रवार देर शाम रानीखेत खैरना स्टेट हाईवे पर पातली क्षेत्र से सटी पहाड़ी भीषण आग की चपेट में आ गई। देखते ही देखते आग की लपटों ने विकराल रूप धारण कर लिया। आग के स्टेट हाईवे तक पहुंचने से हड़कंप मच गया। कई वाहन चालकों ने वाहन रोक लिए। जल्दी निकलने के फेर में दो वाहन चालकों ने खतरा उठा वाहन आगे बढ़ाया तो पहाड़ी से गिरे पत्थरों से वाहनों के शीशे चकनाचूर हो गए।
वहीं गनीमत रही की वाहन चालक बाल बाल बच गए और बड़ी घटना टल गई। आग की लपटों के तेज होने से काफी देर तक वाहनों के पहिए थमे रहे। पहाड़ी से लगातार पत्थरों के गिरने से दुर्घटना का खतरा भी बढ़ गया है। काफी देर बाद आग की लपट कम होने के बाद खतरे के बीच वाहनों की आवाजाही शुरू हो सकी।गौरतलब है की गर्मी का सीजन आते ही पर्वतीय क्षेत्रों में वनाग्नि की घटना देखने को मिल रही हैं। पहाड़ों में जंगलों के जलने का प्रभाव मैदानी इलाकों में दिखाई दे रहा है। हल्द्वानी सहित आसपास के क्षेत्रों में दिन के समय हल्की धुंध छा रही है। वहीं तापमान में भी वृद्धि हो रही है।
दरअसल,अप्रैल प्रारंभ से लगातार बढ़ रहा पारा 37 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच चुका है। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार गुरुवार को हल्द्वानी क्षेत्र का तापमान 36.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। वहीं शुक्रवार को अधिकतम पारा 36.2 डिग्री रिकार्ड किया गया है।
वहीं न्यूनतम तापमान 14.1 डिग्री रहा है।दोपहर के समय गर्मी होने की वजह से लोगों ने दिन में बाजार आना कम कर दिया है। ऐसे में चहल-पहल भी कम दिख रही है। वहीं शाम के समय लोग खरीदारी के लिए निकल रहे हैं। हालांकि, शनिवार से मौसम के करवट लेने की संभावना है। आज पर्वतीय क्षेत्रों में वर्षा हो सकती है।जबकि, रविवार और सोवमार को मैदानी क्षेत्रों में भी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। ऐसे में गर्मी से थोड़ी राहत मिल सकती है। साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों में हो रही वनाग्नि की घटनाओं से भी थोड़ी राहत मिलेगी।