महाकवि तुलसीदास कहते है। नाम राम को कल्पतरु, कलि कल्याण निवासु। जो सुमिरत भयो मांग ते तुलसी तुलसीदासु। इसका अर्थ है कलयुग में राम नाम ही ऐसा कल्पवृक्ष है जो मनोवांछित फल प्रदान करने वाला और कल्याणकारी है। ऐसे ही दशकों से राम नाम का जाप कर रहे हैं राम भक्त सल्ट निवासी शंभु दयाल खर्कवाल।
शंभु दयाल खर्कवाल 32 वर्षों से राम के नाम की महिमा के गुणगान कर रहे हैं। अब तक वह 32 करोड़ बार राम का नाम लिख चुके हैं। प्राण प्रतिष्ठा के दिन अयोध्या में जाकर राम लला के दर्शन करना उनकी एकमात्र इच्छा है।
दरअसल,सल्ट निवासी शंभू दयाल खर्कवाल की उम्र 62 वर्ष है और वो चाय की दुकान चलाते हैं। वह बीते 32 वर्षों से राम का नाम जप रहे है। उनका एक आदर्श वाक्य है राम राम बोल, राम राम सुन व राम राम लिख। यही शब्द वह 30 वर्ष की उम्र से लिख रहे है। वर्ष 1990 से राम का नाम लिखने की मुहिम शुरू हुई थी और अब तक वह 32 करोड़ बार राम का नाम लिख चुके हैं।
बता दें की शंभु दयाल खर्कवाल की सुबह भी राम नाम से होती है और रात भी राम नाम से ही होती है। स्थानीय लोग भी उनके इस समर्पण के मुरीद है। उनका कहना है कि कलयुग में ऐसा भक्त नहीं दिखाई देता है। पूजा पाठ तो सब ही करते हैं। लेकिन ऐसी भक्ति नहीं देखी।
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वहीं शंभू दयाल खर्कवाल ने कहा कि वह भगवान राम के भक्त है। जब वह 30 वर्ष के थे तो उनको ख्याल आया कि राम का नाम जपने के साथ लिखना भी चाहिए। तो वह शुरू हो गए। जब भी खाली समय होता है वह लिखते रहते हैं। कई पोथियां राम नाम से भर गई है। लोगों को भी राम नाम जपने का संदेश देते है।शंभु दयाल खर्कवाल की इच्छा है कि अयोध्या में होने वाली राम लला की प्राण प्रतिष्ठा पर वह मौजूद रहे। भगवान राम की इच्छा होगी तो यह भी संभव हो जाएगा।