Doon Prime News
nation

आज़ादी के अमृत मोहत्सव पर पहली बार स्वदेशी गन से दी गई 21 तोपो की सलामी

आज़ादी का अमृत मोहत्सव

आजादी का अमृत महोत्सव यानी आजादी की 75 वीं वर्षगाँठ के मौके पर इस साल लाल किले पर आजादी का जश्न बेहद ही खास होने जा रहा है लाल किले का आजादी का अमृत महोत्सव यानी आजादी की 75 वीं वर्षगाँठ के मौके पर इस साल लाल किले पर आजादी का जश्न बेहद ही खास होने जा रहा है। लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश के संबोधन पर ही देशवासियों की नजर टिकी हुई है। साथ ही इस साल पहली बार स्वदेशी गन से 21 तोपों की सलामी दी जाएगी। लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह की शुरुआत 6:55 पर हो गयी और सेना के दिल्ली एरिया के जीओसी का आगमन हुआ। इसके बाद रक्षा सचिव पहुंचे और फिर तीनों सेना यानी थल सेना, वायु सेना का आगमन हुआ। लालकिला से पहले पीएम राजघाट पहुँचकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधीजी को श्रद्धांजलि अर्पित करी।

पीएम मोदी को दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर।
लाल किले पर पहुंचते ही पीएम मोदी को ट्राई सर्विस यानी तीनों सेनाओं के टुकड़ियों का गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया ठीक 7:30 पर पीएम ने लाल किले पर ध्वजारोहण किया। इसके तुरंत बाद राष्ट्रगान शुरू हो गया और केस तोपों की सलामी दी गई

21 तोपों की सलामी में स्वदेशी
देश आजाद होने के 75 साल बाद पहली बार ऐसा हुआ कि 21 तोपों की सलामी में कई स्वदेशी आर्टलरी गन भी शामिल हुई। अभी तक द्वितीय विश्व युद्ध की ब्रिटिश पाउडर गन से 21 तोपों की सलामी दी जाती थी। लेकिन पहली बार इस साल लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह में प्रधानमंत्री को 21 तोपों की सलामी स्वदेशी आर्टिलरी गन अटैक से दी गई।

स्वदेशी गन की विशेषता
इस साल लाल किले पर 21 तोपों की सलामी में छह ब्रिटिश पाउडर गन के साथ एक स्वदेशी अटैग को भी शामिल की गई है। एडवांस टोअड आर्टिलरी गन सिस्टम को डीआरडीओ ने टाटा और भारत फोर्स कंपनियों के साथ मिलकर बनाया है। 155×52 कैलिबर की इस एजीटीएम तोप की रेंज करीबन 48 किलोमीटर है और जल्द ही भारतीय सेना के तोपखाने का हिस्सा बनने वाली है। 2018 में रक्षा मंत्रालय। ने थलसेना के लिए 150 अटैग गन खरीदने की मंजूरी दी थी। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक लाल किले में असली गन से फायर सेरेमोनियल ही होगा। इसके लिए तोप की आवाज और गोले को कस्टमाइज कर दिया गया है।

पीएम का देश के नाम संबोधन।
ध्वजारोहण और राष्ट्रगान करने के बाद यानी 7:33 पर पीएम ने देश के नाम संबोधन दिया। पिछले आठ सालों से पीएम का भाषण 90 मिनट के आस पास का रहता आया है। ऐसे में माना जा रहा है कि इस साल भी इतना ही होगा क्योंकि इस साल की आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। ऐसे में पीएम के संबोधन पर सभी की निगाहें टिकी हैं। पीएम अपने भाषण में कृषि, रक्षा, बिज़नेस, अर्थव्यवस्था, अंतरराष्ट्रीय संबंधों और कटु नीती जैसे ज्वलंत जैसे मुद्दों पर बोला। पीएम के संबोधन के दौरान मंत्रिमंडल के सदस्यों के अलावा सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के न्यायाधीश, दिल्ली के मुख्यमंत्री और विदेशी राजनियक मौजूद रहे।

एक भारत श्रेष्ठ भारत की थीम पर बुलाए गए एनसीसी कैडेट्स।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक इस साल पहली बार एक भारत श्रेष्ठ भारत थीम पर देश के सभी जिलों से एनसीसी कैडेट्स को बुलाया गया। लाल किले के सामने ज्ञान पथ पर ये कैडेट्स भारत के नक्शे में अपने जिले की जगह पर ही बैठें और वेशभूषा से लेकर पोशाक तक सबकुछ वो अपने इलाके के मुताबिक ही पहनकर आय।

समाज के वंचित लोगों को भी निमंत्रण।
गणतंत्र दिवस की तरह ही इस साल पहली बार लाल किले पर समाज के उन वंचित लोगों को भी आमंत्रित किया गया है, जिन्हें हमेशा से अनदेखा किया गया। मोर्चरी वर्कर्स, स्ट्रीट वेंडर्स, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मुद्रा लोन लाभार्थियों को भी कार्यक्रम में बुलाया गया। केंद्र सरकार के तीन मंत्रालयों को ऑनलाइन आमंत्रण भेज दिया गया।

14 देश के एनसीसी कैडेट्स भी होंगे शामिल।
इसके अलावा पहली बार यूथ एक्सप्रेस प्रोग्राम के तहत 14 देशों से चुने हुए एनसीसी कैडेट ने भी इस समारोह में हिस्सा लिया। 14 देशों के करीबन 126 युवा कैडेट इस साल लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। जिन देशों के कैडेट भारत पहुंचे हैं उनमें मॉरीशस, अर्जेंटीना, ब्राज़ील किर्गिस्तान, उज्बेकिस्तान यूएई इंग्लैंड, अमेरिका, माल्दीव नाईजीरिया, फिजी, इंडोनेशिया, सेशेल्स ओर मोजाबिक शामिल रहे।

इन विदेशी कैडेट्स ने अपने अपने देशों में आयोजित प्रतियोगिता में हिस्सा लिया है, और उसमें चुनने के बाद ये एनसीसी कैडेट्स भारत आए हैं। ये सभी युवा कल्चर एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत एनसीसी कैडेट्स से मेल मिलाप के लिए भारत आए हैं।

इसके अलावा और क्या होगा इस समारोह में खास?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ध्वजरोहण में मदद भारतीय वायुसेना की स्क्वाड्रन लीडर सुमित्रा यादव ने करा।
इस साल लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम के लिए कोर्डिनेटिंग सर्विस भारतीय वायुसेना है।
गार्ड ऑफ ऑनर में थलसेना, वायुसेना और नौसेना की तीनों टुकड़ियो में 20-20 जवान और एक- एक ऑफिसर रहे। गार्ड ऑफ ऑनर में दिल्ली पुलिस की भी एक टुकड़ी रही। चारों टुकड़ियों का एक कमांडर और गार्ड ऑफ ऑनर की कमान वायुसेना के विंग कमांडर कुणाल खन्ना के हवाले कर दी गई।

यह भी पढ़े – जानिए कौन हैं वो 3देश जिनके साथ 15अगस्त के दिन भारत क्रिकेट के मैदान में भीड़ चूका है

सेना के दिल्ली एरिया के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल विजय कुमार मिश्रा होंगे जो पूरे कार्यक्रम के सबसे बड़े मिलिट्री कमांडर रहे।
लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह कराने की जिम्मेदारी रक्षा, अजय कुमार की थी।
झंडा फहराने के ठीक बाद वायुसेना के दो मी- 17 एक 1वीं हेलिकॉप्टर आसमान से लाल किले पर फूलों की बरसात की मी- 17 हेलिकॉप्टर के पीछे दो ध्रुव हेलिकॉप्टर भी रहे।

Related posts

केरल के त्रिशूर क्षेत्र में विदेशी व्लॉगर के साथ यौन उत्पीड़न, पुलिस का कहना है नहीं मिली कोई शिकायत।

doonprimenews

जान बचाने वाले डाक्टर ने ही दो बच्चो की ली जान फिर वहा से हुआ फरार, जानिए कैसे हुआ खुलासा

doonprimenews

Big Breaking- एम्स हॉस्पिटल (AIIMS Hospital) के आपातकालीन वार्ड में लगी भीषण आग, तुरंत मौके पर पहुंची दमकल विभाग की गाड़ियां

doonprimenews

Leave a Comment