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देहरादून – चारधाम यात्रा 2025 को लेकर न केवल देश के भीतर बल्कि दुनियाभर के श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद द्वारा 20 मार्च से आधार और पासपोर्ट आधारित ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया शुरू की गई थी, जिसके बाद से हजारों विदेशी श्रद्धालु यात्रा में भाग लेने के लिए अपना पंजीकरण करा चुके हैं।
इस वर्ष अमेरिका से सबसे अधिक श्रद्धालुओं ने रुचि दिखाई है। अमेरिका के 3,266 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया है। इसके बाद नेपाल से 1,805 और मलेशिया से 1,463 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण करवाया है। इंग्लैंड से 1,025 और ऑस्ट्रेलिया से 607 श्रद्धालु इस आध्यात्मिक यात्रा में भाग लेने के लिए तैयार हैं। पिछले साल कुल 49,556 विदेशी श्रद्धालु चारधाम यात्रा में सम्मिलित हुए थे।
चारधाम यात्रा की तिथियाँ और तैयारी
उत्तराखंड में 30 अप्रैल से चारधाम यात्रा 2025 का शुभारंभ हो रहा है। उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के संयुक्त निदेशक एवं चारधाम यात्रा के नोडल अधिकारी योगेंद्र गंगवार ने श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि वे बिना पंजीकरण यात्रा में शामिल न हों, क्योंकि दर्शन केवल पंजीकृत तिथि पर ही संभव होंगे।
चारधाम के कपाट निम्न तिथियों पर खोले जाएंगे:
- गंगोत्री एवं यमुनोत्री: 30 अप्रैल 2025
- केदारनाथ: 2 मई 2025
- बदरीनाथ: 4 मई 2025
- हेमकुंड साहिब: 25 मई 2025
अब तक हुए कुल पंजीकरण (10 अप्रैल 2025 तक)
धाम | पंजीकरण संख्या (10 अप्रैल) | कुल पंजीकरण |
---|---|---|
केदारनाथ | 17,660 | 5,37,554 |
बदरीनाथ | 14,091 | 4,72,343 |
गंगोत्री | 8,120 | 2,83,167 |
यमुनोत्री | 5,800 | 2,64,945 |
हेमकुंड साहिब | 1,139 | 22,686 |
विदेशी श्रद्धालुओं की भागीदारी (शीर्ष 5 देश)
देश | पंजीकरण संख्या |
---|---|
अमेरिका | 3,266 |
नेपाल | 1,805 |
मलेशिया | 1,463 |
इंग्लैंड | 1,025 |
ऑस्ट्रेलिया | 607 |
चारधाम यात्रा 2025 न केवल आध्यात्मिक दृष्टिकोण से बल्कि पर्यटन के लिहाज से भी उत्तराखंड के लिए एक बड़ा अवसर है। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भागीदारी से यह साफ है कि यह यात्रा एक वैश्विक आकर्षण बनती जा रही है।
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