हल्द्वानी। उत्तराखंड के हल्द्वानी में एक सनसनीखेज चोरी का पर्दाफाश हुआ है। काठगोदाम पुलिस ने गौलापार के देवला तल्ला में स्थित एक फाइनेंस कंपनी के एरिया मैनेजर अजीम खान के घर से लाखों के जेवर चोरी करने वाले गिरोह को गिरफ्तार कर लिया है। इस चोरी की साजिश उज्जवल सिंह परगाई नाम के शातिर अपराधी ने रची थी, जो पहले भी कई आपराधिक मामलों में शामिल रहा है।
चोरी की साजिश: सुनसान घर को बनाया निशाना
घटना 6 मार्च की रात की है, जब अजीम खान अपने पिता के इलाज के लिए बरेली गए हुए थे। इसी दौरान चोरों ने मौके का फायदा उठाकर घर में सेंध लगाई। पड़ोसियों ने घर में संदिग्ध हलचल देखी और तुरंत पुलिस को सूचना दी।
पुलिस जांच में सामने आया कि चोर एक बरात में शामिल होने के बहाने गौलापार गए थे। वहीं, उनकी नजर अजीम खान के बंद घर पर पड़ी। उज्जवल सिंह परगाई, जो इस गिरोह का मास्टरमाइंड था, उसने घर के बाहर से ही भांप लिया कि यह कई दिनों से खाली पड़ा है। रसोई की पाइपों में पानी सूखा हुआ था, जिससे उसे यकीन हो गया कि घर लंबे समय से बंद है।
रातभर की गई रेकी, फिर लाखों के जेवर लेकर फरार
चोरी की रात, उज्जवल और उसके दो साथियों ने घर के बाहर निगरानी रखी। जब उन्हें यकीन हो गया कि कोई अंदर नहीं है, तो दो चोर घर के अंदर घुसे और एक चोर बाहर पहरा देता रहा। वारदात को अंजाम देने से पहले उन्होंने घर के सीसीटीवी कैमरे भी निकाल लिए ताकि कोई सबूत न बचे।
घर के अंदर से चोरों ने सोने का हार, चौकर हार, नथ, कान के टॉप्स, चांदी की पायल, नजरी और कुछ अन्य कीमती सामान समेटा और फरार हो गए। पुलिस को गुमराह करने के लिए उन्होंने चोरी का सारा सामान गौलापार के जंगल में एक गड्ढा खोदकर छुपा दिया और उसे बेचने की योजना बना रहे थे।
पुलिस की तफ्तीश और शातिर चोरों की गिरफ्तारी
8 मार्च को जब चोरी की सूचना पुलिस तक पहुंची, तो उन्होंने तुरंत कार्रवाई शुरू की। बुधवार देर शाम, पुलिस टीम ने कुंवरपुर चौराहे पर तीन संदिग्धों को धर दबोचा। गहन पूछताछ के दौरान उन्होंने चोरी की बात कबूल कर ली और उनकी निशानदेही पर पुलिस ने जंगल से चोरी हुए सभी जेवरात बरामद कर लिए।
गिरफ्तार आरोपी और उनकी पहचान
- उज्जवल सिंह परगाई – मास्टरमाइंड, निवासी जीतपुर नेगी, प्रेम विहार हल्द्वानी।
- देवेंद्र थापा – निवासी करायल फूलचौड़, हल्द्वानी।
- संदीप कुमार – निवासी देवलचौड़ चौराहा, हल्द्वानी।
चोरी करने का अनोखा तरीका अपनाता था उज्जवल
थानाध्यक्ष दीपक बिष्ट के अनुसार, उज्जवल सिंह परगाई पेशे से डीजे बजाने का काम करता है, लेकिन चोरी उसका असली धंधा बन चुका था। वह हर बार नए लड़कों को अपनी गैंग में शामिल करता था ताकि पुलिस को चकमा दे सके। चोरी की प्लानिंग करने में उसे महारत हासिल थी। उसकी गिद्ध जैसी नजरें किसी भी सुनसान मकान को तुरंत पहचान लेती थीं। वह दूर से ही अंदाजा लगा लेता था कि घर में कोई नहीं है और फिर पूरी प्लानिंग के साथ वारदात को अंजाम देता था।
पुलिस टीम की सफलता और इनाम की घोषणा
इस सफलता के बाद पुलिस टीम की जमकर सराहना हो रही है। काठगोदाम थानाध्यक्ष दीपक बिष्ट के नेतृत्व में कार्रवाई को अंजाम दिया गया। टीम में खेड़ा चौकी इंचार्ज मनोज कुमार, एसआई फिरोज आलम, अरुण सिंह राणा, सिपाही भानू प्रताप, अशोक रावत, सुरेंद्र सिंह, प्रेम प्रकाश, टीका राम और अरविंद बिष्ट शामिल थे।
चोरी की पूरी वारदात का खुलासा कर पुलिस ने न केवल अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया, बल्कि पीड़ित परिवार को उनका कीमती सामान भी वापस दिलाया। पुलिस अब इस गिरोह के अन्य साथियों की तलाश में जुटी है, ताकि भविष्य में इस तरह की वारदातों को रोका जा सके।
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