देहरादून सीबीआई की एंटी करप्शन टीम ने रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के एक दरोगा और मध्यस्थता करने वाले रेलवे के इलेक्ट्रिकल विभाग के एक तकनीशियन को रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई काठगोदाम रेलवे स्टेशन परिसर में अंजाम दी गई, जहां दोनों को पहले से तय योजना के तहत बुलाया गया था।
रेलवे स्टेशन पर रिश्वत का खेल
मामला एक डंपर मालिक से रिश्वत मांगने का है। दरअसल, पिछले महीने रेलवे स्टेशन के गेट पर डंपर की टक्कर का एक मामला सामने आया था। इस केस में आरपीएफ के असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर हरीश पर आरोप है कि उसने डंपर मालिक को गिरफ्तारी से बचाने और उसका वाहन जब्त न करने के एवज में रिश्वत मांगी थी। शुरू में दरोगा ने दो लाख रुपये की मांग की थी, लेकिन मध्यस्थता करने वाले रेलवे इलेक्ट्रिकल डिपार्टमेंट के तकनीशियन जसवीर के हस्तक्षेप के बाद यह सौदा 20 हजार रुपये में तय हो गया।
सीबीआई की टीम ने की बड़ी कार्रवाई
रिश्वत की सूचना मिलने के बाद सीबीआई की टीम ने रणनीति बनाकर रविवार को काठगोदाम रेलवे स्टेशन पर छापा मारा। तीन गाड़ियों में पहुंची टीम ने स्टेशन परिसर में बने गेस्ट हाउस के पास दरोगा हरीश और तकनीशियन जसवीर को बुलवाया। जैसे ही दोनों ने पैसे की लेन-देन की पुष्टि की, सीबीआई ने उन्हें रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ के लिए देहरादून ले गई टीम
गिरफ्तारी के बाद सीबीआई दोनों आरोपियों को अपने साथ देहरादून ले गई, जहां उनसे गहन पूछताछ की जा रही है। इस मामले में सीबीआई ने रिश्वत लेने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है। रेलवे में भ्रष्टाचार के इस मामले ने सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मचा दिया है, और इस मामले में अन्य लोगों की संलिप्तता की भी जांच हो सकती है।
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