Doon Prime News
health

1 साल से छोटे बच्चों को कभी नहीं खिलाएं ये 7 चीजें, होता है इतना बड़ा नुकसान

अगर कोई महिला पहली बार मां बनी हैं तो बच्चे की परवरिश आपके लिए कई बार मुश्किल हो सकती है। हालांकि इसको लेकर घर के बड़े-बुजुर्ग गाइड करते हैं। लेकिन परिवार से दूर रहने वाली माताओं के लिए कई बार बच्चे की जरूरतों को समझना मुश्किल हो जाता है। विशेषतौर पर बच्चे की ग्रोथ के टाइम (Child Growth Time) सही खानपान की सख्त जरूरत होती है। क्योंकि केवल दूध से बच्चे को सारे पोषण नहीं मिल पाते। ऐसे में उसे क्या खिलाया जाए जिससे कि उसकी हेल्थ को नुकसान ना हो। कई बार अनजाने में मां इन फूड्स को बेबी को खिला देती है। जिससे हेल्थ को नुकसान होने का खतरा रहता है। अगर आपका बच्चा 1 साल से छोटा है तो उसे खाने की इन नीचे दी गई 7 चीजों को बिल्कुल भी नहीं दें

अंडे की सफेदी
अंडे की सफेदी में अल्बुमिन होता है, जो 1 साल से छोटे बच्चों के लिए हानिकारक हो सकता है। यह बच्चों में एंजाइम की कमी के कारण एलर्जी और पाचन समस्याओं का कारण बन सकता है।

चॉकलेट
चॉकलेट में कैफीन और थियोब्रोमाइन होता है, जो बच्चों के लिए हानिकारक हो सकते हैं। कैफीन बच्चों में चिड़चिड़ापन और बेचैनी का कारण बन सकता है, जबकि थियोब्रोमाइन बच्चों में उल्टी और दस्त का कारण बन सकता है।

शहद
शहद में बैक्टीरिया हो सकते हैं जो बच्चों में बोटुलिज्म नामक एक गंभीर बीमारी का कारण बन सकते हैं। बोटुलिज्म एक तंत्रिका तंत्र की बीमारी है जो सांस लेने में कठिनाई, मांसपेशियों में कमजोरी और यहां तक ​​कि मृत्यु का कारण बन सकती है।

सॉसेज, बेकन और अन्य प्रसंस्कृत मांस
सॉसेज, बेकन और अन्य प्रसंस्कृत मांस में नाइट्रेट और नाइट्रेट होते हैं, जो बच्चों में कैंसर का खतरा बढ़ा सकते हैं।

पके हुए सेब के बीज
पके हुए सेब के बीजों में साइनाइड होता है, जो एक जहरीला यौगिक है जो बच्चों में गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।

अंकुरित अनाज
अंकुरित अनाज में एविगिन होता है, जो एक विष है जो बच्चों को बीमार कर सकता है।

अधिक मात्रा में चीनी
अधिक मात्रा में चीनी बच्चों में मोटापा, टाइप 2 मधुमेह और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है।

1 साल से छोटे बच्चों को केवल स्तनपान या फॉर्मूला दूध ही दिया जाना चाहिए। 1 साल के बाद, बच्चों को धीरे-धीरे ठोस आहार दिया जा सकता है। ठोस आहार शुरू करते समय, यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि बच्चे को केवल सुरक्षित और पौष्टिक खाद्य पदार्थ दिए जाएं।

Disclaimer / यह लेख केवल/ सूचना / के उद्देश्य से है और चिकित्सा सलाह नहीं है। यदि आपके बच्चे के स्वास्थ्य के बारे में कोई चिंता है, तो कृपया डॉक्टर या अन्य स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से परामर्श करें।

Related posts

जबलपुर में 1 महीने नहीं चला सकेंगे कूलर,डेंगू के डर से लगायी रोक 

doonprimenews

अगर आप भी करते हैं ज्यादा Bear का सेवन तो आपको भी करना पड़ सकता है इन लक्षणों का सामना जिससे हो सकती है कई बड़ी बीमारियां

doonprimenews

88 लाख कोरोना की वैक्सीन लगाकर भारत ने 1 दिन में बनाया रिकार

doonprimenews

Leave a Comment