मुस्कान कनॉजिया, दून प्राइम न्यूज़, देहरादून।
जाने 2021 में किन किन राशियों पर होगा सनी का प्रभाव व यदि बुरा प्रभाव होगा तो उसका उपाय क्या होगा और कैसे शनि की साढ़ेसाती ढय्या से आप बचेंगे।
शनि को माना जाता है न्याय का देवता।
ज्योतिष शास्त्र में शनि की अहम भूमिका है। नवग्रहों में शनि को न्याय का प्रतीक माना गया है। ज्योतिष में शनि की स्थिति और दृष्टि में बहुत महत्वपूर्ण स्थान रखती है। किसी के भविष्य के बारे में जानने के लिए शनि का सही आकलन करना बहुत जरूरी है। शनि स्वभाव से क्रूर और अलगाववादी प्रवृत्ति के होते है। कुंडली में शनि अशुभ भाव में हो तो जातकों को अशुभ फल मिलने लगते हैं। शनि मंदगति से चलते हैं इसलिए इसके परिणाम भी बहुत धीमी गति से मिलते हैं।
एक राशि मे ढाई वर्ष तक रहते है शनि।
शनि एक राशि में ढाई वर्ष तक रहते हैं।गोचर अनुसार शनि जिस राशि में स्थित होते हैं उसकी दूसरी ओर 12वीं राशि पर साढ़ेसाती का प्रभाव माना जाता है। वही शनि जिन राशियों से चतुर्थ और अष्टम पर होते हैं उस ढैय्या मैं जातक को बहुत लाभ प्रदान करते हैं वही अशुभ शनि साढ़ेसाती और ढैय्या में जातक को बहुत लाभ प्रदान करते हैं वही अशुभ शनि साढ़ेसाती जातक को असहनीय कष्ट देते हैं।
शनि के अशुभ होने पर व्यक्ति सुखी और अशुभ होने पर सदैव चिंतित रहता है।ज्योतिष विशाल अरोड़ा से जानेंगे कि साल 2021 में किन राशियों पर शनि की साढ़ेसाती रहेगी और किन जातकों पर शनि की ढैय्या का प्रभाव रहेगा।इसके अलावा जानेंगे किन उपायों से शनि के अशुभ प्रभाव को कम किया जा सकता है।
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कौन कौन सी रशिया 2021 में सनी की साढ़ेसाती से प्रभावित होंगी।
image: wikimedia
2021 में शनि की साढ़ेसाती से प्रभावित रहने वाली राशियां- 2021 में धनु, मकर और कुंभ राशि वाले जातक पूरे साल शनि की साढ़ेसाती से प्रभावित रहेंगे।
2021 में शनि की ढैय्या से प्रभावित राशियां – साल 2021 में मिथुन और तुला राशि वाले जातक शनि की ढैय्या से प्रभावित रहेंगे। इसका असर कैसा रहेगा यह आपकी कुंडली पर निर्भर करता है। कुंडली के अनुसार आपको शनि के शुभ और अशुभ परिणाम मिलेंगे।
शनि के अशुभ प्रभाव कम करने के उपाय-
शनि के प्रभाव को कम करने के लिए प्रत्येक शनिवार छाया दान करें।यानी लोहे की कटोरी में तेल भरकर उसमें अपना मुख देखकर उस तेल की कटोरी को शनि मंदिर में दान करें।
हर सोमवार और शनिवार काले तिल से मिश्रित जल से भोलेनाथ का अभिषेक करें। इससे कर्ज और शनि के प्रभाव कम होते हैं। साढ़ेसाती और ढैय्या की अवधि में काले व नीले वस्त्र धारण ना करें। शनि से डरे नहीं बल्कि अपने कर्म सही रखें।
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