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20 नवंबर को केदारनाथ में होगा मतदान, दोनों प्रत्याशियों का सोमवार को नामांकन

केदारनाथ विधानसभा सीट पर 20 नवंबर को उपचुनाव होने जा रहा है। यह सीट भाजपा विधायक शैलारानी रावत के निधन से खाली हुई है, जिससे पार्टी की साख दांव पर है। दोनों प्रमुख दलों—भाजपा और कांग्रेस ने रविवार को अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया। भाजपा ने अनुभवी नेता आशा नौटियाल पर भरोसा जताया है, जबकि कांग्रेस ने मनोज रावत को मैदान में उतारा है। दोनों प्रत्याशी सोमवार को अपना नामांकन दाखिल करेंगे।

भाजपा ने अनुभवी नेता आशा नौटियाल को दिया टिकट

भाजपा ने आशा नौटियाल को केदारनाथ से उम्मीदवार घोषित किया है। आशा नौटियाल दो बार इस सीट से विधायक रह चुकी हैं और क्षेत्र में उनकी गहरी पकड़ है। पार्टी ने विभिन्न स्तरों पर कराए गए सर्वेक्षणों और स्थानीय कार्यकर्ताओं की राय के आधार पर उन्हें चुना। इसके अलावा, पार्टी के नेताओं ने इस बार के उपचुनाव में सही उम्मीदवार उतारने के लिए विशेष ध्यान दिया है क्योंकि हाल के मंगलौर और बदरीनाथ उपचुनावों में भाजपा को सफलता नहीं मिल पाई थी।

दिवंगत विधायक शैलारानी रावत की पुत्री ऐश्वर्य रावत सहित कई अन्य दावेदारों के नाम भी चर्चा में थे, लेकिन आशा नौटियाल का राजनीतिक अनुभव और क्षेत्र में उनकी सक्रियता के कारण उन्हें प्राथमिकता दी गई। भाजपा नेतृत्व ने केंद्रीय और प्रांतीय स्तर पर व्यापक विमर्श के बाद उनके नाम को अंतिम रूप दिया।

कांग्रेस ने पूर्व विधायक मनोज रावत पर खेला दांव

कांग्रेस ने इस सीट के लिए मनोज रावत को अपना उम्मीदवार घोषित किया है, जो पहले भी केदारनाथ से विधायक रह चुके हैं। कांग्रेस की दिल्ली में हुई बैठक में प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा और वरिष्ठ नेताओं ने गहन चर्चा के बाद उनका नाम तय किया। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्रीय चुनाव समिति की सिफारिश पर मनोज रावत की उम्मीदवारी को मंजूरी दी।

भाजपा की प्रतिष्ठा का सवाल भाजपा के लिए केदारनाथ सीट

विशेष महत्व रखती है क्योंकि यह पहले से पार्टी के कब्जे में रही है। पार्टी इस सीट को फिर से जीतकर अपनी साख बनाए रखना चाहती है। बदरीनाथ उपचुनाव में प्रत्याशी चयन को लेकर कार्यकर्ताओं में नाराजगी की खबरों के बाद, भाजपा ने इस बार उम्मीदवार चयन में पूरी सतर्कता बरती है।

नामांकन के दौरान मौजूद रहेंगे भाजपा के बड़े नेता

भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल सोमवार को दोपहर 12 बजे नामांकन दाखिल करेंगी। नामांकन के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, गढ़वाल सांसद एवं भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी, प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और तीरथ सिंह रावत भी मौजूद रहेंगे। नामांकन के बाद दोपहर 12:30 बजे जीआईसी ऊखीमठ के मैदान में जनसभा का आयोजन किया जाएगा।इस उपचुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद है।

दोनों दलों ने अपने-अपने मजबूत प्रत्याशियों को मैदान में उतारकर जीत सुनिश्चित करने की रणनीति बनाई है। अब देखना यह होगा कि जनता 20 नवंबर को किसे अपना प्रतिनिधि चुनती है।

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