देहरादून में मुस्लिम महिलाओं ने लगाए अनोखे नारे
देहरादून के विकासनगर स्थित ग्राम पंचायत कुल्हाल में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें 150 मुस्लिम महिलाओं और पुरुषों को ‘सौगात-ए-मोदी’ किट वितरित की गई। इस अवसर पर उपस्थित मुस्लिम समाज की महिलाओं ने उत्साहपूर्वक नारे लगाए – “ना दूरी है, ना खाई है, मोदी हमारा भाई है।”
भाजपा नेता खालिद मंसूरी ने सरकार की नीतियों को सराहा
इस कार्यक्रम में भाजपा नेता खालिद मंसूरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह सरकार हर जाति और धर्म के लोगों के लिए समान सोच रखती है। उन्होंने बताया कि देश में पहली बार कोई सरकार मुस्लिम समुदाय के गरीब तबके के लिए इस तरह के विशेष उपहार दे रही है। ईद के शुभ अवसर पर इस किट को ईदी के रूप में दिया गया, जिससे मुस्लिम समाज में हर्ष का माहौल है। इस दौरान महिलाओं ने भी मंसूरी के साथ नारा दोहराया।
अल्पसंख्यक मोर्चा जिलाध्यक्ष ने सरकार की उपलब्धियों को गिनाया
अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष सरफराज जाफरी ने इस मौके पर केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं को मुस्लिम समाज के लोगों के बीच रखा। उन्होंने कहा कि इससे पहले किसी भी सरकार ने इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित नहीं किए थे। पहली बार मोदी सरकार मुसलमानों के कल्याण के लिए ठोस कदम उठा रही है।
विशेष मेहमानों की उपस्थिति
इस आयोजन में ताहिर हुसैन, शिवालिक ग्रामीण मंडल अध्यक्ष रवि कश्यप, डॉ. रमेश सैनी, अल्पसंख्यक मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष मोहम्मद आरिफ, बाबा भूरे शाह कमेटी अध्यक्ष नाजीर हुसैन, पूर्व फौजी मोहम्मद सलीम, नूर निशा समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने दी ईद की शुभकामनाएं
उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.) और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्यवासियों को ईद-उल-फितर की शुभकामनाएं दीं। अपने संदेश में उन्होंने कहा कि यह त्योहार प्रेम, भाईचारे और सौहार्द्र का प्रतीक है, जो समाज में एकता और सहयोग की भावना को मजबूत करता है। उन्होंने यह भी कहा कि विभिन्न धर्मों और समुदायों के त्योहार हमें एक-दूसरे की खुशियों में शामिल होने का अवसर प्रदान करते हैं।
क्या है सौगात-ए-मोदी योजना?
‘सौगात-ए-मोदी’ योजना भारतीय जनता पार्टी द्वारा शुरू किया गया एक अभियान है, जिसका उद्देश्य मुस्लिम समुदाय तक कल्याणकारी योजनाओं को पहुंचाना है। इस योजना के तहत मस्जिदों से इसकी शुरुआत की गई है। प्रत्येक किट की अनुमानित कीमत 500 से 600 रुपये बताई जा रही है।
क्या है इस किट में?
किट में खाने-पीने की वस्तुएं, कपड़े और मिठाइयाँ शामिल हैं। महिलाओं को सूट का कपड़ा दिया जा रहा है, जबकि पुरुषों को कुर्ता-पायजामा प्रदान किया जा रहा है। इसके अलावा, किट में सेंवई, खजूर, ड्राई फ्रूट्स और चीनी जैसी चीजें भी रखी गई हैं, ताकि ईद का त्योहार और भी खास बनाया जा सके।
इस योजना से मुस्लिम समुदाय के लोग न केवल लाभान्वित हो रहे हैं, बल्कि भाजपा सरकार के प्रति उनके विश्वास में भी वृद्धि हो रही है।
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