हल्द्वानी – उत्तराखंड के सरकारी अस्पतालों की सफाई व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं। हाल ही में कुमाऊं कमिश्नर एवं मुख्यमंत्री सचिव दीपक रावत ने हल्द्वानी स्थित बेस अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। बाल रोग विभाग में बेड पर कॉकरोच देखने के बाद उन्होंने गहरी नाराजगी जताई और अस्पताल प्रशासन को जमकर फटकार लगाई।
स्वच्छता को लेकर कमिश्नर का सख्त रुख
निरीक्षण के दौरान कमिश्नर रावत ने बाल रोग विभाग के प्रत्येक बेड की जांच की, जहां उन्हें कॉकरोच नजर आए। इस पर उन्होंने प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक (पीएमएस) से सवाल किया कि इतनी गंभीर लापरवाही क्यों हो रही है और इसके लिए जिम्मेदार कौन है। उन्होंने पूछा, “बेड पर कॉकरोच घूम रहे हैं और आप क्या कर रहे हैं? इससे संक्रमण का खतरा और अधिक बढ़ जाएगा।”
जब अस्पताल प्रशासन से इस संबंध में स्पष्टीकरण मांगा गया, तो बताया गया कि एक मार्च से ही कॉकरोच की समस्या थी और दवा का छिड़काव किया गया था, लेकिन वह प्रभावी नहीं रही। इस पर कमिश्नर ने दवा के बिल एवं अन्य दस्तावेजों की जानकारी मांगी, जिसे अस्पताल प्रशासन दिखाने में असमर्थ रहा। इस लापरवाही को गंभीर मानते हुए उन्होंने पीएमएस से तत्काल स्पष्टीकरण देने को कहा और भविष्य में ऐसी स्थिति न दोहराने की कड़ी चेतावनी दी।
अस्पताल के शौचालयों में भी फैली थी गंदगी
निरीक्षण के दौरान कमिश्नर ने अस्पताल के शौचालयों की स्थिति भी देखी, जहां भारी गंदगी पाई गई। उन्होंने तत्काल सफाई कराने के निर्देश दिए और अस्पताल की संपूर्ण स्वच्छता व्यवस्था को दुरुस्त करने का आदेश दिया।
संक्रमण रोकने के लिए सतर्कता जरूरी
कमिश्नर ने कहा कि गर्मी के मौसम में संक्रमण का खतरा अधिक होता है, ऐसे में अस्पतालों में स्वच्छता सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने निर्देश दिया कि कुमाऊं मंडल के किसी भी अस्पताल में अगर लापरवाही सामने आती है, तो जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
अस्पताल कर्मचारियों ने भी उठाई समस्याएं
निरीक्षण के दौरान अस्पताल के कर्मचारियों ने भी अपनी समस्याओं को सामने रखा। उन्होंने यूनिफार्म के लिए धनराशि न मिलने और अन्य सुविधाओं की कमी की शिकायत की। इस पर कमिश्नर ने पीएमएस डॉ. केके पांडे को निर्देश दिए कि जल्द से जल्द सभी मुद्दों का समाधान किया जाए।
कमिश्नर ने स्पष्ट किया कि मरीजों की देखभाल और अस्पतालों की साफ-सफाई में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि भविष्य में अस्पतालों में गंदगी या अव्यवस्था की शिकायत मिली, तो दोषियों के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
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