हल्द्वानी। कक्षा 9 के छात्र यथार्थ मिश्रा के लापता होने का रहस्य दूसरे दिन भी बना हुआ है। पुलिस और परिजन लगातार उसकी तलाश में जुटे हुए हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा है। घटनास्थल से कुछ दूरी पर उसकी जली हुई स्कूटी बरामद हुई, जिसके पास एक पानी की बोतल मिली, जिसमें थोड़ा सा पेट्रोल था। आशंका जताई जा रही है कि इसी पेट्रोल से स्कूटी को आग लगाई गई होगी, लेकिन यह अब भी सवाल बना हुआ है कि आखिर यह सब किसने किया?
परीक्षा देकर घर के लिए निकला था यथार्थ, लेकिन नहीं पहुंचा घर
यथार्थ मिश्रा डीपीएस स्कूल, रामपुर रोड में कक्षा 9 का छात्र है और जीतपुर नेगी स्थित महादेव इंक्लेव में अपने परिवार के साथ रहता है। गुरुवार को उसने परीक्षा दी और सुबह 11:40 बजे स्कूल से अपनी स्कूटी से घर के लिए रवाना हुआ। लेकिन वह अपने घर नहीं पहुंचा, जिससे परिवार में हड़कंप मच गया।
स्कूल और दोस्तों से पूछताछ के बाद भी नहीं मिला कोई सुराग
जब देर शाम तक यथार्थ घर नहीं पहुंचा, तो परिजनों ने उसके स्कूल, दोस्तों और परिचितों से पूछताछ की। लेकिन किसी के पास भी यथार्थ के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। मामला गंभीर होते देख पुलिस को सूचना दी गई, जिसके बाद खोजबीन शुरू हुई।
जंगल में जली हुई स्कूटी और किताबें मिलीं
सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद पुलिस और परिजन जीतपुर नेगी से गोरापड़ाव की ओर जाने वाली सड़क पर पहुंचे। यहां सड़क किनारे जंगल में यथार्थ की स्कूटी जली हुई अवस्था में मिली। स्कूटी के पास उसकी कुछ किताबें भी जली हुई पड़ी थीं। इस घटना के बाद से ही परिजनों और पुलिस की चिंता और ज्यादा बढ़ गई।
पूरी रात चला सर्च ऑपरेशन, लेकिन नहीं मिला कोई सुराग
गुरुवार रात को पुलिस और परिजनों ने इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया, लेकिन कोई ठोस सुराग नहीं मिला। शुक्रवार सुबह एक बार फिर तलाशी शुरू की गई। सीओ नितिन लोहनी, कोतवाल राजेश यादव, एसओजी इंचार्ज संजीत राठौड़ और चौकी प्रभारी जगदीप नेगी के नेतृत्व में डॉग स्क्वॉड टीम जंगल और आसपास के इलाकों में जांच करने लगी।
सीसीटीवी फुटेज में अकेला जाता दिखा यथार्थ
जांच में पता चला कि यथार्थ को स्कूल से लौटते वक्त पंचायत घर के पास लगे सीसीटीवी कैमरे में देखा गया था। इसके बाद उसने जीतपुर नेगी मोड़ से अपनी स्कूटी अंदर गली में डाली। एक भाजपा नेता के घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में भी वह अकेला स्कूटी चलाते हुए नजर आया। लेकिन यह फुटेज वहीं तक सीमित थी, इसके बाद उसका कोई सुराग नहीं मिला।
परिजनों और स्थानीय लोगों में बढ़ी बेचैनी
यथार्थ के अचानक लापता होने से उसके माता-पिता, रिश्तेदार और पड़ोसी बेहद परेशान हैं। सभी लोग अलग-अलग दिशाओं में जाकर उसकी तलाश कर रहे हैं। जंगल, सड़क और आस-पास के इलाकों में कई बार छानबीन की गई, लेकिन कोई ठोस जानकारी नहीं मिली।
आधार कार्ड गायब, लेकिन पैसे और कीमती सामान घर पर ही
यथार्थ के पिता योगेश मिश्रा का कहना है कि उनका बेटा घर से नकदी या कोई कीमती सामान लेकर नहीं गया था। लेकिन एक बात है जो हैरान करने वाली है—उसका आधार कार्ड गायब है।
अब तक कोई सुराग नहीं, पुलिस जांच जारी
पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है। रोडवेज बस स्टेशन और रेलवे स्टेशन पर भी छानबीन की गई, लेकिन वहां भी कुछ हाथ नहीं लगा। यथार्थ के अचानक गायब होने और उसकी जली हुई स्कूटी मिलने से मामला और रहस्यमय हो गया है।
क्या यह कोई साजिश है या कुछ और?
यथार्थ के लापता होने से कई सवाल उठ रहे हैं। क्या यह अपहरण का मामला है? क्या उसने स्वयं स्कूटी को जलाया या किसी ने उसे जबरन जलाया? अगर उसने खुद आग लगाई, तो आखिर क्यों? और अगर किसी और ने यह किया, तो इसका मकसद क्या है?
परिवार को बेटे के लौटने का इंतजार
यथार्थ के माता-पिता बेसब्री से अपने बेटे की सुरक्षित वापसी की उम्मीद लगाए हुए हैं। पुलिस भी हरसंभव प्रयास कर रही है कि जल्द से जल्द इस गुत्थी को सुलझाया जा सके।
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