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खबर बनभूलपुरा थाना फूंकने के लिए उपद्रवियों ने पेट्रोल बम का प्रयोग किया था। ये बम कहां से आए और कैसे तैयार हुए, इन सवालों का जवाब जानने के लिए पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। जांच उपद्रव के मुख्य साजिशकर्ता मलिक के पेट्रोल पंप तक पहुंची है। यहां लगे सीसीटीवी की डीवीआर पुलिस ने कब्जे में ले ली है।
बता दें की आठ फरवरी को बनभूलपुरा में अतिक्रमण हटाने के दौरान उपद्रव हुआ था। थाने में पेट्रोल बम से हमला हुआ था। हमलावरों ने पहचान छुपाने के लिए मास्क पहने थे। असल में जिस समय थाना फूंका गया, उस समय अंदर मजिस्ट्रेट समेत कई अधिकारी व पुलिस कर्मी मौजूद थे।

वहीं पुलिस व अन्य अधिकारी मान रहे हैं कि पेट्रोल बम बनाकर थाना फूंकने की प्लानिंग आकस्मिक नहीं थी। इसलिए सवाल ये है कि इतनी बड़ी मात्रा में ज्वलनशील पदार्थ उपद्रवियों के पास कब और कैसे पहुंचा? इसकी जांच के लिए पुलिस ने शहर भर के पेट्रोल पंप को जांच के घेरे में ले लिया है। कालाढूंगी रोड पर स्थित मलिक के पंप की डीवीआर कब्जे में ले ली है।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, पेट्रोल पंप पर बोतल व गैलन लेकर आने व जाने वालों की जांच की जा रही है। बम बनाने के पीछे कोई बड़ी साजिश तो नहीं, इसकी भी तफ्तीश हो रही है।

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एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा का कहना है कि पुलिस कड़ी से कड़ी जोड़कर आगे बढ़ रही है। ऐसी कोई कमी नहीं छोड़ना चाहती, जिससे उपद्रवी बच सकें। गुनाह की सजा एक-एक उपद्रवी को मिलेगी।

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