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अभी कुछ दिन पहले ही इंग्लैंड के बेहतरीन ऑलराउंडर बेन स्टोक्स ने वनडे क्रिकेट से संन्यास ले लिया। और उनके इस कदम से उनके फैंस काफ़ी हैरान थे । स्टोक्स द्वारा बताया गया की लगातार क्रिकेट खेलने के चलते वे काफी ज्यादा दबाव सा महसूस कर रहे थे और उनका शरीर भी इस भार को झेलने के लिए तैयार नहीं था । इसी के चलते उन्होंने वनडे क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया।

आपको बता दें की सिर्फ बेन स्टोक्स ही नहीं बल्कि तमाम क्रिकेटरों और विशेषज्ञों का मानना है कि वनडे क्रिकेट धीरे-धीरे मर रहा है और भविष्य में यह पूरी तरह से खत्म हो जाएगा। इस बात को वसीम अकरम, रवि शास्त्री, क्विंटन डी कॉक, शाहिद अफरीदी और उस्मान ख्वाजा ने भी कहा है।ज्यादा से ज्यादा T20मैचों का आयोजित होना और खिलाडियों द्वारा वनडे को ज्यादा महत्व न दिया जाना क्योंकि T 20प्रारूप में ज्यादा पैसे होना यह सभी एक तरह से वनडे के खत्म होने की तरफ ही इशारा करते हैं।

लेकिन अभी भी कुछ देश ऐसे हैं जो वनडे को महत्व देते हैं। आइये जानते हैं वो 3कारण जिनके चलते वनडे मैच अभी तक जीवित है –
माना जाता है कि टी-20 क्रिकेट बल्लेबाजों का खेल है। लेकिन एक गेंदबाज को भी इस प्रारूप में अच्छा प्रदर्शन करके दिखाना होता है। इस मैच में एक खिलाड़ी ज्यादा से ज्यादा 4ओवर तक गेंदबाज़ी कर सकता है।जिसमें से उसको 1-2 ओवर पावरप्ले में फेंकने होते हैं। पावरप्ले में दो ही फील्डर 30 गज घेरे के बाहर होते हैं। अगर उनके इन ओवरों में बल्लेबाजों ने कड़ा प्रहार किया तो मुकाबले में गेंदबाजों को वापसी करना काफी मुश्किल होता है।

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वहीं दूसरी ओर वनडे क्रिकेट में अगर आपका पहला स्पेल खराब भी चला जाए तो गेंदबाज दूसरे और तीसरे स्पेल में विकेट्स झटक कर मुकाबले में वापसी कर सकता है और साथ ही टीम को भी वापसी करवा सकता है। वनडे में एक गेंदबाज 10 ओवर फेंक सकता हैं। वनडे क्रिकेट में गेंदबाजों और बल्लेबाजों दोनों को ही अपना बेहतरीन प्रदर्शन दुनिया के सामने रखना होता है।

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