एशिया कप 2022 की शुरुआत 27अगस्त को हो गई है और इसका आखिरी मुक़ाबला 11सितम्बर को होना है।जब टीम इंडिया मंगलवार को एशिया कप टी-20 के ‘करो या मरो’ के सुपर-4 के मैच में श्रीलंका के सामने होगी तो उसे अपने गेंदबाजों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की जरूरत होगी जबकि उसे ज्यादा प्रयोग से भी बचना होगा। चोटिल रवींद्र जडेजा, हर्षल पटेल और जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति में भारत के पास गेंदबाजी में खिलाने के लिए ज्यादा विकल्प नहीं हैं। भारत रविवार को पाकिस्तान के खिलाफ पांच गेंदबाजी विकल्प के साथ खेला था और यह फैसला टीम के पक्ष में नहीं रहा क्योंकि भुवनेश्वर कुमार का दिन अच्छा नहीं रहा।
हार्दिक पांडे निभाएंगे काफी अहम भूमिका
आपको बता दें की पाकिस्तान के खिलाफ शुरुआती मैच में जीत दिलाने में हार्दिक पांड्या ने काफ़ी अहम भूमिका निभाई थी और वे काफ़ी महंगे भी साबित हुए और ऐसा ही युजवेंद्रा सिंह चहल के साथ भी हुआ जो टूर्नामेंट में अपनी सर्वश्रेष्ठ फार्म में नहीं दिख रहे हैं। पांच गेंदबाजों की ‘थ्योरी’ में हार्दिक के चार ओवर काफी अहम हो जाते हैं। अक्षर पटेल को टीम में संतुलन प्रदान करने के लिए अंतिम एकादश में शामिल किया जा सकता है जिन्हें जडेजा की जगह बुलाया गया है। आवेश खान पाकिस्तान के खिलाफ मैच से पहले अस्वस्थ थे, वह तीसरे विशेषज्ञ तेज गेंदबाज के तौर पर टीम में वापसी कर सकते हैं।
टीम इंडिया को प्रयोगों से बचने की जरूरत
वहीं भारतीय टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने जोर दिया था कि भारत विश्व कप से पहले अपनी सर्वश्रेष्ठ अंतिम एकादश के साथ खेलने की कोशिश करेगा, लेकिन रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम का प्रयोग करना जारी है। टीम में रिषभ पंत बनाम दिनेश कार्तिक बहस जारी है जिससे टीम प्रबंधन ने तमिलनाडु के विकेटकीपर बल्लेबाज की जगह दीपक हुड्डा को खिलाया। कार्तिक को पहले दो मैचों में बमुश्किल से बल्लेबाजी का मौका मिला।
मध्यक्रम के विषय में करना होगा फैसला
इस समय गेन्दबाज़ी के लिए विकल्प भले ही काफ़ी कम हों, लेकिन भारत को अपने मध्य क्रम के बारे में फैसला करने की जरूरत है। पाकिस्तान के खिलाफ मैच में सकारात्मक चीज यह रही कि शीर्ष क्रम ने शानदार प्रदर्शन किया। रोहित, केएल राहुल और विराट कोहली तीनों ने काफी आक्रामकता दिखाई और भारत को तेज शुरुआत दिलाई। कोहली के आलोचक एशिया कप में उनके लगातार दूसरे अर्धशतक के बाद आखिर अब चुप हो सकते हैं। वह भले ही अपनी सर्वश्रेष्ठ फार्म में नहीं हैं,लेकिन रविवार को उन्होंने संकेत दिया कि वह इस ओर बढ़ रहे हैं। श्रीलंका के खिलाफ मुकाबले में कोहली और दोनों सलामी बल्लेबाजों से पहली ही गेंद से तेजतर्रार बल्लेबाजी की आशा होगी।
भारत को श्रीलंका से रहना होगा सतर्क
बता दें की बांग्लादेश और अफगानिस्तान के खिलाफ दो करीबी जीत दर्ज करने के बाद श्रीलंका ने शुरुआती मैच में करारी शिकस्त के बावजूद अपना अभियान पटरी पर लौटा लिया। तीसरे नंबर के बल्लेबाज चरित असालंका को छोड़कर श्रीलंकाई बल्लेबाजों ने प्रभाव डाला जिसमें बांग्लादेश के खिलाफ कप्तान दासुन शनाका और कुसल मेंडिस तथा अफगानिस्तान के खिलाफ धनुष्का गुणातिलके और भानुका राजपक्षे शामिल हैं। कोच क्रिस सिल्वरवुड की टीम अब राहत की सांस ले सकती है कि वह किसी भी हालात में जीत हासिल कर सकती है। इसलिए भारत को श्रीलंका से सतर्क रहना होगा क्योंकि एक और हार उसे फाइनल की दौड़ से बाहर कर सकती है।
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भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), केएल राहुल, विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, रिषभ पंत (विकेटकीपर), दीपक हुड्डा, हार्दिक पांड्या, भुवनेश्वर कुमार, रवि बिश्नोई, युजवेंद्रा सिंह चहल, अर्शदीप सिंह, दिनेश कार्तिक, आवेश खान, अक्षर पटेल और रविचंद्रन अश्विन।
श्रीलंका: दासुन शनाका (कप्तान), धनुष्का गुणातिलके, पाथुम निसांका, कुसल मेंडिस, चरित असलंका, भानुका राजपक्षे, आशेन बंडारा, धनंजय डि सिल्वा, वानिंदू हसरंगा, महेश तीक्ष्णा, जेफ्रे वांडरसे, प्रवीण जयविक्रमा, चमिका करुणारत्ने, दिलशान पाथिराना, नुवानिंदु फर्नांडो और दिनेश चांदीमल।