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आज यानी 4 सितंबर को एक बार फिर भारत -पाकिस्तान के बीच कांटे की टक्कर होने वाली है। इसके साथ ही अगर भारत को अपने चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान के खिलाफ एशिया कप टूर्नामेंट के सुपर 4 के दूसरे मुकाबले में जीत दर्ज करनी है तो उसे अच्छा प्रदर्शन करना होगा। इसके साथ ही टीम के तेज गेंदबाजों को भी अपनी जिम्मेदारी निभानी पड़ेगी। खास बात यह है कि 8 दिन के अंदर दोनों टीमों के बीच में यह दूसरी भिड़ंत होने जा रही है।

टीम इंडिया के सीनियर खिलाडियों को गुज़रना होगा अग्निपरीक्षा से

आपको बता दें कि भारत अब तक पाकिस्तान के खिलाफ 15 मुकाबले खेल चुका है जिसमें वनडे और टी-20 फॉर्मेट दोनों शामिल हैं। इसके साथ ही इस दौरान भारत को 9 मुकाबलों में जीत हासिल हुई है जबकि पाकिस्तान पांच मैच ही जीत पाई है वहीं एक मुकाबला बेनतीजा रहा।
पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले में टीम इंडिया के सीनियर खिलाड़ियों को अग्नि परीक्षा से गुजरना होगा। जी हां बता दे कि टॉप ऑर्डर में खेल रहे बल्लेबाजों को पाकिस्तान के पेस अटैक से सावधान रहने की जरूरत है। पिछले मुकाबले में विराट कोहली रोहित शर्मा और केएल राहुल सहज होकर खेल नहीं पाए थे जिसके कारण उन्होंने धीमी बल्लेबाजी की जिसके चलते उन्हें आलोचनाओं का शिकार भी होना पड़ा था।

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केएल राहुल को बदलना होगा बल्लेबाज़ी का रवैया


बता दें कि हांगकांग जैसी कमजोर टीम के खिलाफ भी भारत के टॉप और डरने धीमी बल्लेबाजी की वही सूर्यकुमार यादव ने पारी को गति देने का काम किया था। जिसके चलते टीम बड़ा स्कोर बनाने में सफल रही वहीं केएल राहुल ने इस दौरान 39 गेंदों में महज 36 रन ही बनाए जो कि उनकी सबसे धीमी पारी रही है।टीम इंडिया को अपनी बल्लेबाजी में आक्रामकता जोड़ने के लिए बदलाव करने की जरूरत है क्योंकि रोहित और राहुल की ओपनिंग जोड़ी अब नहीं चल पा रही है।पिछले मुकाबले में पाकिस्तान के खिलाफ लोकेश राहुल को नसीम शाह की पहली गेंद का सामना करना पड़ा था जिस पर वह बोल्ड हो गए थे इसलिए उन्हें इस बार अपनी बल्लेबाजी के रवैया को बदलने की जरूरत है।

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