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खबर खेल जगत से जहाँ भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने रविवार को बैठक की। इस मीटिंग में बोर्ड के तमाम बड़े अधिकारी शामिल हुए। इनमें बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी, सचिव जय शाह, कप्तान रोहित शर्मा, हेड कोच राहुल द्रविड़, नेशनल क्रिकेट एकेडमी के प्रमुख वीवीएस लक्ष्मण और चयन समिति के पूर्व अध्यक्ष चेतन शर्मा शामिल हैं। इस मीटिंग में तमाम बड़े फैसले लिए गए। हालांकि, सबका मुख्य मकसद 2023 वनडे वर्ल्ड कप की तैयारियों को लेकर था।


आपको बता दें की वनडे वर्ल्ड कप को देखते हुए खिलाड़ियों के वर्कलोड मैनेजमेंट पर काफी चर्चाएं हुईं। इस मीटिंग में फैसला लिया गया कि कुछ अहम खिलाड़ियों को आईपीएल 2023 में आराम दिया जा सकता है। भारत के कई अहम खिलाड़ी चोट से परेशान हैं। ऐसे में आईपीएल में खेलने का दबाव खिलाड़ियों के मेंटल और फीजिकल हेल्थ को और प्रभावित करता है। हालांकि, बीसीसीआई ने इस मामले में संज्ञान लिया है।


वहीं भारत के कई अहम खिलाड़ी 2022 में चोट से जूझते रहे हैं। ऐसे में इस मीटिंग में चोट को लेकर काफी चर्चा हुई। बांग्लादेश के खिलाफ वनडे सीरीज में भारत की हार के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने बड़े खिलाड़ियों के चोटिल होने पर बात की थी। उन्होंने कहा था कि खिलाड़ी फिट होने के बावजूद बार-बार चोटिल क्यों रहे हैं। साथ ही एनसीए की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए थे। इन सभी मुद्दों पर बातचीत हुई।
इस पर बीसीसीआई ने हल निकाला कि अहम खिलाड़ियों के अगर चोटिल होने की संभावना है तो उन्हें आईपीएल से दूर रखा जाएगा। साथ ही 20 खिलाड़ियों का पूल बनाया गया है, जिनके बीच से वनडे विश्व कप की टीम चुनी जाएगी। साथ ही एनसीए और आईपीएल फ्रेंचाइजी मिलकर उन खिलाड़ियों के फिटनेस को मॉनिटर करेगी। अगर एनसीए को लगता है कि वह खिलाड़ी चोटिल हो सकता है तो उसे आईपीएल खेलने से रोका जाएगा। यह 20 खिलाड़ियों के उस पूल में से होगा।


बता दें की ऐसा पहली बार नहीं है कि बीसीसीआई के सामने आईपीएल और चोट से जुड़ा प्रस्ताव आया है। यही प्रस्ताव 2019 में तब कप्तान रहे विराट कोहली ने बीसीसीआई के सामने रखा था। कोहली ने बीसीसीआई से कुछ अहम खिलाड़ियों के वर्कलोड को देखते हुए 2019 वर्ल्ड कप से पहले उन्हें मैनेज करने कहा था। हालांकि, बीसीसीआई ने यह लागू चार साल बाद किया है।


विराट कोहली ने आईपीएल 2019 शुरू होने से पहले कहा था- वर्ल्ड कप हर चाल साल पर आता है और हम आईपीएल हर साल खेलते हैं। ऐसे में कुछ अहम खिलाड़ियों के मेंटल और फीजिकल हेल्थ पर ध्यान देना चाहिए। तब बीसीसीआई ने इन बातों को खारिज कर दिया था और ध्यान नहीं दिया था। इसका अंजाम यह हुआ कि भारतीय टीम को 2019 वनडे वर्ल्ड कप, 2021 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप, 2021 टी20 वर्ल्ड कप और 2022 टी20 वर्ल्ड कप में हार का सामना करना पड़ा।

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चोट की वजह से इस साल रवींद्र जडेजा, जसप्रीत बुमराह जैसे कुछ अहम खिलाड़ी नहीं खेले, जबकि यह दोनों आईपीएल 2022 में अपनी-अपनी टीमों का हिस्सा थे। वहीं, 2021 टी20 वर्ल्ड कप में हार्दिक पांड्या चोट की वजह से गेंदबाजी नहीं कर पाए थे। ऐसे में वर्कलोड मैनेजमेंट का हल निकालना बेहद जरूरी था। अब बीसीसीआई ने इस पर एक्शन लेकर जरूर खिलाड़ियों पर से दबाव हटाया है, लेकिन यह देखने वाली बात होगी कि फ्रेंचाइजी कैसे इसके लिए तैयार होती हैं।

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