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रविवार को क्वीन ऑफ ओवल में खेले गए मैच में भारतीय टीम के द्वारा शानदार जीत हासिल करने के बाद अब यह कहना गलत नहीं होगा कि टीम इंडिया को किसी भी तरह के क्रिकेट में कोई टाइटल जीतना है तो टीम बल्लेबाजी में,रोहित शर्मा और विराट कोहली पर निर्भर नहीं रहना है। बता दे कि दोनों अभी भी टीम में है पर साथ में हार्दिक पांड्या और ऋषभ पंत भी है जो कि मुश्किल में फंसी बाजी को भी जीत में बदल देते हैं।
इंग्लैंड टूर में ओल्ड ट्रैफर्ड के तीसरे वनडे इंटरनेशनल की ही बात अगर करी जाए तो भारत की जीत में हार्दिक पांड्या ने 24 रन देकर चार विकेट लिए और 71 रन बनाए वहीं पंत ने नाबाद शतक 125 रन बनाए और जब भारत ने मैच जीता तो उनके हिस्से की 47 गेंद बची थी। बता दे की हार्दिक पांड्या और ऋषभ पंत एमेरिटस ओल्ड ट्रैफर्ड में फॉर्म में थे और 5 विकेट की जीत से सीरीज में 2-1 से फतह हासिल की।

बता दें कि पंत और पांड्या ने मिलकर इंग्लैंड से मैच छीन लिया था और पांचवें विकेट के लिए 115 गेंदों पर 133 रन जोड़े थे।इस जीत से यह सीख लेनी चाहिए कि टीम के टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज के नाकाम होने के बावजूद कभी भी यह नहीं समझना चाहिए कि मुकाबला खत्म हो गया है। यही जलवा इंग्लैंड के एक टूर में कुछ साल पहले युवराज सिंह और मोहम्मद कैफ ने भी दिखाया था और भारत के 2 स्टार क्रिकेटर मिले थे। पंत और पांड्या की मौजूदा फॉर्म भारतीय टीम के लिए एक बोनस का काम कर रही है और अगर दोनों अपनी फॉर्म में बरकरार रहे तो T20 वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया को वह संतुलन मिल जाएगा जिसकी बहुत जरूरत है।

बता दे की स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या और विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत T20 वर्ल्ड कप में भारत के लिए एक प्रभावशाली खिलाड़ी के रूप में खेलने के लिए तैयार है। पांड्या के खेलने से टीम को ना सिर्फ एक स्ट्राइक गेंदबाज मिल जाता है बल्कि टीम को निचले स्तर पर एक बेहतर बल्लेबाज भी मिल जाता है। टीम मैनेजमेंट द्वारा टीम के सही संतुलन के लिए हमेशा पांड्या की गेंदबाजी के महत्व पर ही जोर दिया गया है और अब इंग्लैंड के मैच में वही कमी पूरी हो गई है। एक ही टेस्ट, वनडे इंटरनेशनल और T20 इंटरनेशनल में 50+ और चार विकेट का रिकॉर्ड अब पांड्या के ही नाम पर है इससे पहले यह रिकॉर्ड से मोहम्मद हफीज के नाम हुआ करता था रन और 4 विकेट का रिकॉर्ड अब पांड्या के ही नाम पर है इससे पहले यह रिकॉर्ड से मोहम्मद हफीज के नाम था। अब सिर्फ पांड्या को सपोर्ट की जरूरत है ताकि टीम में अपनी जगह की चिंता किए बिना ही वे सही फॉर्म में खेल सके।
ऋषभ पंत एक गेम चेंजर है यह तो सभी जानते हैं। ऋषभ फौरन ही मैच का रंग बदल देते हैं ओल्ड ट्रेफर्ड में उनकी बल्लेबाजी देखकर किसी को भी यह विश्वास नहीं हुआ कि वनडे इंटरनेशनल में रन चेंज में पंत ने इससे पहले कभी 35 का स्कोर भी नहीं बनाया था। ऐसे में टेस्ट और वनडे इंटरनेशनल में 100बनाना बहुत बड़ी बात है। इससे पहले केवल एडम गिलक्रिस्ट के ही नाम यह रिकॉर्ड है।

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बता दें कि पांड्या और पंत दोनों के ही इंटरनेशनल करियर के शुरूआती साल है। दोनों के पास सब है पावर,बैलेंस और रेंज और किसी भी तरह के गेंदबाज के खिलाफ कोई कमजोरी नहीं। दोनों को बेशक आने वाले सालों में कई चुनौतियों का सामना भी करना पड़ सकता है जैसे शार्ट बोल के विरुद्ध कमजोरी या फिर अपने विकेट की कीमत ना समझ कर एकदम जोश में कोई गलत रोक लगाना। और यदि इन चीजों पर काबू किया गया तो ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर इन दोनों का क्रिकेट देखने वाला होगा।

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