खबर खेल जगत की जहाँ श्रीलंका से दूसरे टी-20 मैच में मिली हार के बाद मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने कहा, भारतीय टीम अगले टी-20 विश्वकप के लिए पुनर्गठन के दौर से गुजर रही है। उन्होंने कहा, हमारी युवा टीम काफी प्रतिभावान है। इसलिए युवाओं को धैर्य से काम लेने की जरूरत है। द्रविड़ की ओर से मिले संकेतों का मतलब है कि टीम प्रबंधन टी-20 में रोहित शर्मा, विराट कोहली और केएल राहुल से आगे बढ़ने की योजना बना रहा है।
जी हाँ,दो ओवर में 37 रन देकर पांच नो बाल फेंकने वाले अर्शदीप का भी कोच ने बचाव किया। उन्होंने कहा, कोई भी गेंदबाज जानबूझकर नो या वाइड बाल नहीं फेंकता है। द्रविड़ ने कहा, स्पिन ऑलराउंडर में हमारे पास अच्छे खिलाड़ी हैं।
आपको बता दें की द्रविड़ ने पुणे में दूसरे टी20 मैच के बाद कहा कि पिछले टी20 विश्व कप सेमीफाइनल में जो भारतीय टीम खेली थी, उसके तीन-चार खिलाड़ी ही खेल रहे हैं। अगले टी20 विश्व कप के लिए टीम बनाई जा रही है, इस वजह से अधिकतर युवा खिलाड़ी टीम में हैं। श्रीलंका के खिलाफ खेलना शानदार अनुभव है। अच्छी बात यह है कि वनडे विश्व कप और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप पर बहुत अधिक ध्यान दिया जा रहा है। इसलिए टी20 में इन लोगों को आजमाने का मौका है।
वहीं अर्शदीप का बचाव करते हुए द्रविड़ ने कहा “कोई भी वाइड या नो-बॉल नहीं फेंकना चाहता, इस प्रारूप में यह आपको बुरी तरह नुकसान पहुंचा सकता है। हमें इन युवा खिलाड़ियों के साथ धैर्य रखना होगा। बहुत युवा खिलाड़ी खेल रहे हैं, खासकर गेंदबाजी में, और उनको समय-समय पर कई मौके मिलेंगे। हमें यह समझने की जरूरत है। हम तकनीकी रूप से उनकी मदद करने की कोशिश करते हैं, हम उनका समर्थन करते हैं और सही माहौल बनाते हैं। वे बहुत कुशल हैं, वे सीख रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सीखना कठिन है, इसलिए हमें धैर्य रखने की जरूरत है।”
बता दें की द्रविड़ ने आगे कहा “हमने कुछ विकेट गंवाए। अगर हमारे पास विकेट होते तो चीजें अलग हो सकती थीं, लेकिन हम फिर भी करीब पहुंच गए। बहुत ओस थी इसलिए वे अपने स्पिनरों को पूरा इस्तेमाल नहीं कर पाए, इससे तेज गेंदबाजों को फायदा हुआ लेकिन इसके अलावा, यह एक अच्छा विकेट था। पहले गेंदबाजी करने का फैसला ठीक था। अगर हमने कुछ क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन किया होता तो हम सही परिणाम प्राप्त कर सकते थे।”