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बड़ी खबर,बीसीसीआई ने मुंबई में हुई समीक्षा बैठक में कई अहम फैसले लिए हैं। खिलाड़ियों का वर्कलोड मैनेजमेंट इनमें से एक है। भारत के कई अहम खिलाड़ी चोट से परेशान हैं। ऐसे में टीम के कप्तान रोहित शर्मा, कोच राहुल द्रविड़, बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी, बीसीसीआई सचिव जय शाह, पूर्व चयनसमिति के अध्यक्ष चेतन शर्मा और एनसीए के हेड वीवीएस लक्ष्मण की मौजूदगी वाली मीटिंग में खिलाड़ियों के वर्कलोड पर काफी बात हुई।

आपको बता दें की इस साल अक्तूबर के महीने में वनडे विश्व कप भी होना है। ऐसे में बीसीसीआई आईपीएल के दौरान प्रमुख खिलाड़ियों को आराम दे सकता है। इस मीटिंग में 2022 में भारतीय टीम के प्रदर्शन पर भी चर्चा हुई। इस दौरान दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में हार और टी20 विश्व कप में भारत के सेमीफाइनल में हारने पर भी चर्चा हुई।

वहीं भारत के कई अहम खिलाड़ी इस साल चोट से जूझते रहे हैं। ऐसे में इस मीटिंग में चोट को लेकर काफी चर्चा हुई। बांग्लादेश के खिलाफ वनडे सीरीज में भारत की हार के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने बड़े खिलाड़ियों के चोटिल होने पर बात की थी। उन्होंने कहा था कि खिलाड़ी फिट होने के बावजूद बार-बार चोटिल क्यों रहे हैं।

रोहित ने कहा था, “हमें कोशिश करनी होगी और इसकी तह तक जाना होगा। मुझे नहीं पता कि यह वास्तव में क्या है। हो सकता है कि वे बहुत अधिक क्रिकेट खेल रहे हों। हमें उन लोगों पर नजर रखने की कोशिश करने की आवश्यकता है, क्योंकि यह समझना महत्वपूर्ण है कि जब वे भारत के लिए आते हैं, तो उन्हें पूरी तरह फिट रहने की आवश्यकता होती है।”

दीपक चाहर 2022 में अधिकांश समय तक चोटिल रहे, जसप्रीत बुमराह पीठ पर फ्रैक्चर से उबर रहे हैं। रवींद्र जडेजा, जो टखने की चोट से उबर रहे हैं। मेडिकल टीम ने इन सभी खिलाड़ियों को लेकर वर्कलोड मैनेजमेंट पर प्रेजेंटेशन दिया।

मीटिंग में लिए गए तमाम फैसले

मीटिंग में तय किया गया है कि टीम के अहम खिलाड़ियों के अगर चोटिल होने की संभावना है तो उन्हें आईपीएल से दूर रखा जाएगा।

20 खिलाड़ियों का पूल बनाया गया है, जिनके बीच से वनडे विश्व कप की टीम चुनी जाएगी।

नए ब्लूप्रिंट के अनुसार, खिलाड़ियों सेंट्रल पूल के लिए एक फिटनेस और वर्कलोड रोडमैप को तैयार किया जाएगा, इसके लिए काम शुरू हो चुका है।

खिलाड़ियों की फिटनेस का सटीक अंदाजा लगाने के लिए यो-यो टेस्ट के साथ डेक्सा स्कैन को भी जोड़ने की सिफारिश की गई है। डेक्सा स्कैन के जरिए खिलाड़ियों की हड्डी की मजबूती पता चलती है।डेक्सा स्कैन शरीर संरचना और हड्डी की मजबूती को मापने के लिए अंतरराष्ट्रीय मानक है।

यह 10 मिनट का परीक्षण होता है, जिसमें शरीर में कुल वसा और हड्डी के साथ मांसपेशियों की मजबूती का पता लगाया जाता है।

मीटिंग में यह भी कहा गया है कि युवा खिलाड़ियों को राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने के लिए घरेलू क्रिकेट में पर्याप्त क्रिकेट खेलना जरूरी होगा। इससे पहले आईपीएल में चमकने वाले खिलाड़ियों को सीधे भारतीय टीम में जगह मिल जाती थी।

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बता दें की 2021 टी20 विश्व कप से ठीक पहले आईपीएल का दूसरा चरण खेला गया था। इसमें वेंकेटश अय्यर और वरुण चक्रवर्ती ने शानदार प्रदर्शन किया और कोलकाता की टीम फाइनल में भी पहुंची थी। इसके तुरंत बाद हुए टी20 विश्व कप के लिए भारतीय टीम में दोनों खिलाड़ियों को मौका दिया गया था और इन दोनों ने काफी निराश किया था। भारत की हार में इन दोनों का अहम योगदान था। इसी वजह से अब राष्ट्रीय टीम में चयन का एकमात्र पैमाना आईपीएल नहीं होगा।

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