यह तो सभी जानते हैं कि कोरोना महामारी अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है भारत के साथ-साथ कई देशों में कोरोना संक्रमित की संख्या लाखों में है और हर दिन कोरोना के कई मामले सामने आ रहे हैं बता दें कि कोरोना के ऑरिजन कंट्री चीन का पड़ोसी देश हांगकांग भी कोविड-19 से जुझ रहा है,हाल ही में वहां आम के जरिए कोरोना वायरस फैलने की आशंका को देखते हुए बड़ा कदम उठाया गया ताइवान से आए आम के कंसाइनमेंट में कोरोनावायरस पाए जाने के बाद यहां 2 क्विंटल यानी 200 किलो आम को नष्ट किया गया।
बता दें कि सरकार ने आम की ऊपरी सतह पर कोरोना वायरस पाए जाने के बाद 200 किलोग्राम आम को नष्ट कर दिया है हांगकांग सेंटर फॉर फूड सेफ्टी के अनुसार आम के 9 सैंपल की जांच करने के दौरान एक आम की सतह पर कोरोनावायरस पाया गया है 33 बॉक्स में आए 200 किलो आम के कंसाइनमेंट्स से सैंपल के गए थे सेंटर फॉर फूड सेफ्टी ने तुरंत एक्शन लेते हुए आम के डिस्ट्रीब्यूटर के आमों के बिक्री पर रोक लगा दी और उन्हें उसमें से सारे आमों को वापस लेते हुए इसे तुरंत नष्ट करने का आदेश दिया।
सेंटर फॉर फूड सेफ्टी के प्रवक्ता द्वारा बताया गया कि हाल ही में मकाउ निर्यात किए गए ताइवान के आमों में कथित तौर पर कोरोनावायरस पाए जाने के बाद हांगकांग में टेस्टिंग बढ़ा दी है सीएफएस
द्वारा बताया गया है कि वह ताइवान से आने वाले फल सब्जी और ऐसे ही अन्य प्रोडक्ट की टेस्टिंग जारी रखेंगे।
वहीं, सेंटर फॉर फूड सेफ्टी की रिपोर्ट के अनुसार दूसरी और ताइवान के एनिमल प्लांट हेल्थ इंस्पेक्शन एंड वारंटी ब्यूरो की माने तो उन्हें हांगकांग प्रशासन की तरफ से आम में वायरस मिलने के बारे में सूचित नहीं किया गया उनका कहना है कि हांगकांग कि कार्रवाई साइंस पर आधारित नहीं है क्योंकि पैकेज्ड फूड के जरिए कोरोना साइंटिफिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है।
इस महीने की शुरुआत में आम की शिपमेंट में कोविड-19 के वायरस पाए जाने के बाद मकाउ ने दो ताइवानी कंपनी में से आयात पर एक हफ्ते तक की रोक लगा दी है इस कार्यवाही के बाद हांगकांग ने भी आम नष्ट करवाने जैसा कदम उठाया है बता दें कि पिछले महीने चीन ने भी आरोप लगाया था कि ताइवान से आयात किए गए और मैं केरल की पैकेजिंग पर वायरस पाया गया था।
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WHO के मुताबिक वर्तमान में इस बात के सबूत नहीं है कि लोग फल सब्जियों और फूड पैकेट्स के जरिए कोरोना संक्रमित हो सकते हैं जहां तक चीन का दावा है कि पैकेजिंग पर कोरोनावायरस पाया गया है इस पर WHO की मानें तो कोरोना वायरस के जिंदा रहने के लिए और सरवाइव करने के लिए और अपनी संख्या बढ़ाने के लिए इंसान या जानवरों के ह्यूमन पार्टिकल्स कि जरूरत होती है यह फूड पैकेट्स पर अपना विस्तार नहीं कर सकता है।