रूस यूक्रेन के बीच जारी जंग का असर भारत में भी देखने को मिल सकता है आपको बता दें कि अंतरराष्ट्रीय मार्केट में कच्चे तेल के दाम 115 डॉलर प्रति बैरल के पार चला गया है।
वहीं, चुनाव के चलते Petrol डीजल के दाम नहीं बढ़ रहे हैं एक्सपर्ट( expert) का कहना है कि विधानसभा चुनाव के बाद देश में तेल के दाम फिर से बेलगाम हो जाएंगे। विधानसभा चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आने वाले हैं वहीं, ट्रेंड बताता है कि मोदी सरकार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले Petrol डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी से बचती रही है लेकिन चुनाव के बाद दाम बढ़ेंगे।
वहीं, IIFL सिक्योरिटी ( security) के वाइस प्रेसिडेंट(vice president) अनुज गुप्ता द्वारा बताया गया है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 115 डॉलर प्रति बैरल को पार कर गई है वही तेल कंपनियों ने 3 नवंबर से Petrol की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया है।
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आपको बता दें कि अंतरराष्ट्रीय मार्केट में बढ़ते दाम के चलते भारत में पेट्रोल डीजल की कीमतों में 20 -25रूपये तक की बढ़ोतरी हो सकती है वहीं, कच्चा तेल 1 डॉलर महंगा होने पर देश में Petrol डीजल के दाम औसतन 55-60 पैसे प्रति लीटर बढ़ जाते हैं। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद दुनिया भर के बाजारों में हाहाकार मचा हुआ है। शेयर बाजार गिरा हुआ है क्रूड ऑयल रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गया रोज दुनिया भर के 14 दिन का उत्पादक देश के रूसी क्रूड ऑयल को सपोर्ट करता है भारत की बात करें तो भारत को क्रूड ऑयल की 85% से अधिक आपूर्ति के लिए अन्य देशों पर निर्भर है।