भारतपे (BharatPe) से जुड़े रहे Ashneer Grover, पत्नी माधुरी जैन और उसके रिश्तेदार कंपनी( company) के फंड ( fund) में व्यापक हेराफेरी कर रहे थे। वह अपना लग्जरी( luxury) शौक पूरा करने के लिए कंपनी ( company) के पैसे का दुरुपयोग कर रहा था। यह खुलासा भारतपे (BharatPe) ने बुधवार को किया है। कंपनी(Company) ने कहा कि ग्रोवर(Grover) और उसके परिवार के विरुद्ध आगे कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, भारतपे BharatPe ने कहा कि ग्रोवर (Grover)परिवार मिलीभगत से कंपनी ( Company) को चला रहा था। वे फेक वेंडर ( fake vendor) से बिल लेकर उन्हें पेमेंट ( payment) करता था और फिर उससे अपने खाते में पेमेंट ( payment) ले लेता था। इस तरह उसने कंपनी में धन की हेराफेरी की। कंपनी के बहिखाते में घपला कर वह अपनी महंगी जरूरतें पूरी कर रहा था। कंपनी द्वारा कहा गया कि बोर्ड ग्रोवर परिवार को भारतपे या उसके मेहनती कर्मचारियों और विश्वस्तरीय प्रौद्योगिकी की प्रतिष्ठा को खराब करने का मौका नहीं देगा। कंपनी ने कहा है कि अपने कर्मों की वजह से ग्रोवर अब न कर्मचारी रह गया है, न संस्थापक, न कंपनी का निदेशक ।
बता दें कि Ashneer Grover ने भारतपे (BharatPe) बोर्ड की अहम बैठक से पहले भावनात्मक इस्तीफा भेजा क्योंकि ऑडिट कंपनी पीडब्ल्यूसी(audit company PWC) ने उसे अपनी जांच में वित्तीय अनियमितताओं का दोषी पाया। उसने पत्नी माधुरी जैन ग्रोवर के साथ मिलकर कई करोड़ रुपये की हेराफेरी की। बोर्ड पीडब्ल्यूसी (Board PWC) की रिपोर्ट (Report) पर अश्नीर से उसके भ्रष्टाचार के बारे में पूछताछ करने और उसके आधार पर कार्रवाई करने के लिए तैयार था, जो अंततः उसे बर्खास्त करना था। अशनीर ने छवि को बचाने के लिए भावनात्मक इस्तीफा भेजा था।
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वहीं, भारतपे (BharatPe) ने बताया कि बोर्ड कंपनी( Board company) के कॉरपोरेट गवर्नेंस (corporate governance) को और मजबूत करने के लिए सभी जरूरी कदम उठा रहा है। इसमें एक लेखा परीक्षा समिति की नियुक्ति का कार्यान्वयन शामिल हैं। Ashneer Grover को नोटिस ( Notice) मिलने के कुछ मिनट बाद बोर्ड को जांच के कुछ परिणाम प्रस्तुत किए गए थे। लेकिन उसने तुरंत एक ईमेल भेजकर जिम्मेदारी से किनारा कर लिया। वहीं, कंपनी ने ग्रोवर को झूठ बोलने और निराधार आरोप और धमकियां देने पर कड़ी आपत्ति जताई है।