मध्यप्रदेश के खरगोन की एक फैक्टरी में सोयाबीन की बोरी चुराने को लेकर एक दलित युवक को तालिबान की सजा दी गई। फैक्टरी सहित आसपास के मज़दूरों और लोगों ने युवक को खंभे से बांधकर लात घूसों से मार मार कर उसकी बुरी हालत कर दी।
इस भीड़ ने युवक के कपड़े उतारकर उसके इनरवेयर्स में भी हाथ डाल दिया। इसके बाद पुलिस ने चोरी का केस दर्ज कर युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इस मामले में जेल भेजे गए युवक की माँ का आरोप है कि लोगों ने उसके इनरवियर उतरवाकर उसके बेटे का धर्म चेक करने जैसा अमानवीय व्यवहार किया।
खरगोन जिला मुख्यालय से करीबन 70 किलोमीटर दूरी पर बलकवाड़ा थाना इलाके की यह घटना यहाँ ओघोगिक नगर स्थित एक सोयाबीन फैक्टरी है जिसमें सोयाबीन की चार बोरी चुराते हुए 32 साल के दलित लड़के को चीकू रोकड़े को लोगो ने देख लिया।
इसके बाद फैक्टरी कर्मचारी और आसपास के लोगों ने चीकू की बुरी तरह पिटाई कर दी उन लोगों से बचने के लिए चीकू सड़क निर्माण में इस्तेमाल होने वाले सीमेंट के बड़े पाइप में घुस गया, लेकिन बेरहम भीड़ ने उसे पाइप से बाहर निकाला और लात घूसे और डंडे से बुरी तरह मार मारकर उसकी बुरी हालत कर दी।
यही नहीं एक शख्स ने दो दलित युवक की गर्दन को पैर रखकर दबा दिया। जानवरों की तरह पिटाई से जब भी लोगों का मन ही नहीं भरा तो भीड़ ने युवक को अद्र्धनग्न कर दिया। और कुछ लोगों ने तो उसके इनरवियर में भी हाथ डाल दिया ।
पीडित युवक की माँ भगवती बाई ने आरोप लगाया है कि उसके बेटे के कपड़े उतारकर यह चेक किया गया कि वह हिंदू हैं या मुसलमान। ये अमानवीय व्यवहार है चीकू के ही कपड़े से उसके हाथ पैर को बांधकर जानवरों की तरह पीटा गया।
इसके बाद जब मामला कसरावद थाना और खलटांका पुलिस चौकी तक पहुंचा तो पुलिस ने चोरी करने वाले आरोपी दलित युवक को ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और आरोपी को पीटने की घटना का वीडियो बनाकर किसी ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। जिसके बाद अब हड़कंप मच गया है।