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हरिद्वार: रामझूला स्वर्गाश्रम क्षेत्र में लगातार हाथी चहलकदमी करता हुआ दिखाई दे रहा है. इससे मानव-वन्यजीव संघर्ष का खतरा बना हुआ है. मामला संज्ञान में होने के बावजूद वन विभाग हाथी की चहलकदमी रिहायशी इलाके में रोकने में सफल होता दिखाई नहीं दे रहा है. हाथी की धमक से नीलकंठ यात्रा पर जाने वाले हजारों श्रद्धालुओं की जान पर भी खतरा मंडराता हुआ नजर आ रहा है.

महाशिवरात्रि के मद्देनजर इन दिनों हजारों श्रद्धालु प्रतिदिन नीलकंठ महादेव मंदिर में कांवड़ लेकर जलाभिषेक के लिए आते हैं. पैदल मार्ग के जंगल में लगातार हाथी के सक्रिय होने की जानकारी मिल रही है. वहीं अब रिहायशी इलाके में हाथी की धमक ने स्थानीय लोगों की चिंता अपनी जान को लेकर बढ़ा दी है. एक हाथी स्वर्गाश्रम क्षेत्र के बाबा काली कमली वाले महाराज की गद्दी से होता हुआ रिहायशी इलाके में पहुंचा. लोगों ने थाली बजाकर हाथी को भगाने की कोशिश किया. जिसमें लोग सफल होते हुए दिखाई दिए, कुछ ही देर बाद हाथी जंगल की ओर चला गया. हाथी की रिहायशी इलाके में चहलकदमी करते हुए तस्वीरें सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गईं.

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नगर पंचायत अध्यक्ष माधव अग्रवाल ने खुद सोशल मीडिया पर हाथी की तस्वीरें पोस्ट की हैं. माधव अग्रवाल ने बताया कि इस प्रकार से रिहायशी इलाके में हाथी का पहुंचना लोगों की जान के लिए खतरा बना हुआ है. वन विभाग को जल्द से जल्द हाथी को रिहायशी इलाके में घुसने से रोकने के लिए उचित कदम उठाने चाहिए. क्योंकि इन दिनों नीलकंठ यात्रा भी चरम पर है. यदि हाथी इस प्रकार रिहायशी इलाके में पहुंचेगा तो हजारों श्रद्धालुओं की जान को खतरा भी हो सकता है. बता दें कि महाशिवरात्रि के मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है. पिछले 2 वर्ष से महाशिवरात्रि के मौके पर कोरोना के कहर के चलते श्रद्धालु नीलकंठ नहीं पहुंच सके थे.

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