छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा जिला में सिंचाई विभाग द्वारा इन दिनों अपनी जमीन की सुध ली जा रही है. नहर के दाईं ओर सर्विस रोड के बाद हुए अवैध कब्जा को हटाने के लिए सिंचाई विभाग ने नोटिस भेजना शुरू कर दिया है. इतना ही नहीं नोटिस में सप्ताह भर में जवाब तलब किया है.
वहीं, सिंचाई विभाग द्वारा जारी नोटिस में शिव मंदिर का भी नाम शामिल है. जिसे देखने के बाद जांजगीर में ये नोटिस चर्चा का विषय बना हुआ है. 7 दिनों में जवाब तलब: दरअसल, जल संसाधन विभाग की जमीन पर वैसे तो जिला मुख्यालय में लोग लंबे समय से अतिक्रमण कर भवन निर्माण कर लिए है, लेकिन विभागीय अधिकारी ने इसे रोकने के लिए कभी कोई कारवाई नहीं की. लिहाजा लोगों ने नहर के ऊपर शिव मंदिर का भी निर्माण कर दिया और उसमे पूजा पाठ कर जनप्रतिनिधियों से राशि लेकर सामुदायिक भवन भी बनवा लिया है.
अब सिंचाई विभाग द्वारा अपनी जमीन की खोज की जा रही है. नहर पटवारी के साथ राजस्व विभाग के पटवारी साथ मिल कर जमीन चिन्हांकित कर बेजा कब्जा धारियों को नोटिस देकर 7 दिनों में जवाब तलब की है. इस नोटिस में शिव मंदिर को भी शामिल किया गया है.मंदिर निर्माण को कानूनन अपराध होना बताया है. शिव मंदिर से भी जवाब तलब किया गया है. नोटिस 15 नवंबर को जारी किया गया है.
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शिव मंदिर को भी जारी नोटिस: इस मामले में जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता सतीश कुमार सराफ ने बताया कि 46 अतिक्रमणकारियों को जगह खाली करने के नोटिस जारी किये गए हैं, लेकिन शिव मंदिर को नोटिस जारी होने की सूचना नहीं है. वहीं, इसकी जानकारी एसडीओ ही दे पाएंगें.
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