12 अगस्त की रात को देहरादून के आईएसबीटी बस अड्डे पर एक किशोरी के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने एक विशेष टीम का गठन किया, जिसने तेजी से कार्रवाई करते हुए आरोपियों को पकड़ा। पीड़िता मूल रूप से मुरादाबाद की निवासी है और उसके परिवार के सदस्य शाम तक देहरादून पहुंचने की उम्मीद है।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में धर्मेंद्र कुमार (ड्राइवर) निवासी बंजारावाला ग्रांट, बुग्गावाला हरिद्वार; देवेंद्र (कंडक्टर) निवासी चुड़ियाला, भगवानपुर; रवि कुमार (ड्राइवर) निवासी नवाबगंज, फर्रुखाबाद, उत्तर प्रदेश; राजपाल (ड्राइवर) निवासी बंजारावाला ग्रांट, बुग्गावाला हरिद्वार; और राजेश कुमार सोनकर (कैशियर) निवासी माजरा, पटेलनगर शामिल हैं। इनमें से तीन आरोपी उत्तराखंड परिवहन निगम के कर्मचारी हैं।
धर्मेंद्र और रवि अनुबंधित चालक हैं, जबकि देवेंद्र विशेष श्रेणी परिचालक, राजपाल नियमित चालक और राजेश सोनकर वर्तमान में कैशियर के पद पर कार्यरत हैं।पुलिस के अनुसार, पीड़िता ने बयान दिया है कि बस में कुछ व्यक्तियों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई शुरू की, घटनास्थल का निरीक्षण किया और सीसीटीवी फुटेज की जांच की। पूछताछ के दौरान पीड़िता ने कई बार अपने बयान बदले, जिससे जांच में कुछ कठिनाइयां आईं।
हालांकि, पुलिस ने उसके परिवार का पता लगाकर उनसे भी पूछताछ की।जांच में यह भी पता चला है कि पीड़िता पहले भी कई बार घर से भाग चुकी है। पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने के बाद पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने केदारपुरम बालिका निकेतन में पीड़िता से मुलाकात कर विस्तृत जानकारी ली। जिला प्रोबेशन अधिकारी मीना बिष्ट और बाल कल्याण समिति के सदस्यों ने भी मामले की गहराई से जांच की।