डोडा (जम्मू-कश्मीर): जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में बुधवार को सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में उत्तराखंड का एक बहादुर जवान देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गया। देहरादून निवासी 25 वर्षीय कैप्टन दीपक सिंह ने इस मुठभेड़ में अपने प्राणों की आहुति दी। इस ऑपरेशन में चार आतंकियों के मारे जाने की भी सूचना है।कैप्टन दीपक सिंह का परिवार देहरादून के रेसकोर्स इलाके में रहता है। वे 13 जून 2020 को भारतीय सेना में कमीशन हुए थे। उनकी वीरता और साहस की गाथा उनके शहादत के साथ अमर हो गई। उनका पार्थिव शरीर गुरुवार को उनके गृह नगर देहरादून लाया जाएगा, जहां उन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी।#
सर्च ऑपरेशन जारी
जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ सुरक्षाबलों का सर्च ऑपरेशन लगातार जारी है। विशेषकर कठुआ, उधमपुर और डोडा जिलों में सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा बड़े पैमाने पर अभियान चलाए जा रहे हैं। डोडा के अस्सार गांव में जंगलों में आतंकियों की मौजूदगी की जानकारी मिलने पर सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया था। इसी दौरान हुई मुठभेड़ में कैप्टन दीपक सिंह ने अदम्य साहस दिखाते हुए देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी।कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ जारी है अभियानकश्मीर के किश्तवाड़ इलाके में भी सुरक्षाबल आतंकियों की तलाश में जुटे हैं। घाटियों और पहाड़ों में आतंकियों के समूल नाश के लिए सघन सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। भारतीय सेना और अन्य सुरक्षा एजेंसियां आतंकवादियों के हर ठिकाने का पता लगाने और उन्हें समाप्त करने के लिए दिन-रात जुटी हुई हैं।कैप्टन दीपक सिंह के इस बलिदान ने एक बार फिर साबित कर दिया कि हमारे जवान किसी भी परिस्थिति में देश की सुरक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने से नहीं हिचकिचाते। उनकी शहादत को देश कभी नहीं भूलेगा।
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