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भारती देवी, जो सहकारी समिति विकासनगर में लेखाकार के पद पर तैनात थीं, ने बहुउद्देश्यीय किसान सेवा समिति में निवेश के नाम पर लोगों से पैसे जमा कराए थे। उन्होंने जमाकर्ताओं को अच्छा खासा लाभ दिलाने का दावा किया, लेकिन निवेशकों को कुछ नहीं मिला। सावधि जमा (फिक्स्ड डिपॉजिट) के नाम पर लोगों का पैसा जमा कर धोखाधड़ी करने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भारती देवी की 62 लाख रुपये की संपत्ति अटैच की है। इससे पहले, ईडी ने पिछले साल 3.18 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच की थी, जिसमें विकासनगर स्थित 12 फ्लैट शामिल थे। जानकारी के मुताबिक, भारती देवी ने बहुउद्देश्यीय किसान सेवा समिति में निवेश के नाम पर लोगों से पैसे जमा कराए थे। जब निवेशकों को लाभ नहीं मिला, तो उन्होंने पुलिस से शिकायत की। वर्ष 2020 में विकासनगर पुलिस ने भारती देवी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि उन्होंने साढ़े तीन करोड़ रुपये का गबन किया है। इसके बाद, प्रवर्तन निदेशालय ने भी जांच शुरू की और फरवरी 2023 में उनकी 3.18 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच की थी। अब, इस मामले की जांच के दौरान, ईडी ने 62 लाख रुपये की संपत्ति अटैच की है।

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