चीन एक तरफ जहां एलएसी पर लगातार निर्माण कार्य में लगा हुआ है तो वहीं दूसरी तरफ भारत की एलएसी पर किसी भी गतिविधि का विरोध करता है। चीन ने भारत की ओर से हो रही गतिविधियों पर आपत्ति भी जाहिर की है। बता दे की रिपोर्ट के अनुसार बताया जा रहा है कि भारत की ओर से एलएसी पर पिछले कुछ हफ्तों से निर्माण कार्य के लिए सामान और जार इंसानों को लाने के लिए हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया जा रहा है साथ ही भारतीय सीमा के भीतर एलएसी के पास ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है इन्हीं गतिविधियों पर अब चीन ने आपत्ति जाहिर की है।
आपको बता दें कि चीन की ओर से आपत्ती पर दोनों देशों के कमांडरों ने बैठक में चर्चा भी की थी। जून महीने में ईस्टर्न लद्दाख में एलएसी के पास चीनी विमानों को उड़ान भरते हुए देखा गया था जिसके बाद अब भारत की ओर से इस तरह की गतिविधि का आरोप लगाया गया है।गौर करने वाली बात तो यह है कि दोनों देशों के बीच सैन्य स्तर की 16वें दौर की बैठक के दौरान दोनों ही देशों ने इस बात पर चर्चा की थी कि वह एक दूसरे को आसमान में होने वाली किसी भी गतिविधि की जानकारी देंगे। दोनों देशों की ओर से कहा गया था कि अगर किसी भी तरह की गतिविधि की योजना आसमान में बनाई जाती है तो दोनों ही एक दूसरे को सूचित करेंगे।
एलएसी से आई यह खबर इसलिए भी काफी अहम हो जाती है क्योंकि चीन और भारत के बीच लद्दाख में सैन्य टकराव की भी स्थिति बनी हुई है। कई दौर की वार्ता भी हो चुकी है लेकिन सीमा पर विवाद सुलझने का नाम नहीं ले रहा है। हालांकि वार्ता के बाद से हालात बेहतर जरूर हुए हैं लेकिन एक बार फिर दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ता नजर आ रहा है। न्यूज़ 18 की एक रिपोर्ट के अनुसार बताया जा रहा है कि पिछले वर्ष सितंबर -अक्टूबर माह में भारत ने चीन के इस तरह की घुसपैठ की कोशिशों को विफल भी किया था।चीन की सेना अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश कर रही थी जिसे भारतीय सेना द्वारा विफल कर दिया गया था।
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बता दें कि अगले कुछ महीनों में सर्दी आने वाली है ऐसे में भारत और चीन दोनों ही देशों की ओर से इंफ़्रा वर्क को तेज कर दिया गया है और सूत्रों का कहना है कि एलएसी तक पहुंचने के लिए यह एक जरूरी प्रयास है। चीन एलएसी के करीब काफी रफ्तार से निर्माण कार्य कर रहा है।भारत भी यहाँ पर सड़क निर्माण कार्य कर रहा है इसके साथ ही वह एलएसी के पास अन्य रणनीतिक निर्माण कार्य कर रहा है। पिछले महीने साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट में कहा गया था कि बीजिंग विवादित क्षेत्र अक्साई चीन के पास नया हाईवे बनाने की तैयारी कर रहा है। जी 695 हाईवे लुंजे काऊंटी को तिबेत से माझा को जोड़ेगा और एलएसी तक जाएगा। सूत्रों के अनुसार बताया गया है कि भारत ने इस निर्माण कार्य पर चीन से आपत्ति जताई है और पिछले कई दौर की बैठक में भारत की ओर से एलएसी के करीब हो रहे निर्माण कार्य को लेकर विरोध भी दर्ज किया गया है।