देहरादून। उत्तराखंड सरकार चारधाम यात्रा 2025 को लेकर पूरी तरह से कमर कस चुकी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्पष्ट कहा है कि राज्य सरकार का लक्ष्य है कि जो भी श्रद्धालु, तीर्थ यात्री और पर्यटक उत्तराखंड आएं, वे चारों धामों – बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री – के दर्शन कर सकें। इसके लिए सभी जरूरी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस वर्ष यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह देखने को मिल रहा है और अब तक करीब 25 लाख से अधिक तीर्थ यात्रियों ने यात्रा के लिए पंजीकरण कराया है। यात्रा के सुचारु संचालन को लेकर सरकार ने ठोस रणनीति तैयार की है।
प्रशासनिक स्तर पर गंभीरता से तैयारियां
चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं को लेकर प्रशासनिक स्तर पर लगातार समीक्षा की जा रही है। इसी कड़ी में मंगलवार को चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर तीसरी उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की जाएगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि यात्रा के शुरुआती दिनों में मार्गों की स्थिति और मौसम के कारण कुछ कठिनाइयाँ हो सकती हैं, जिसके चलते परिवहन, पुलिस और अन्य संबंधित विभागों को विशेष रूप से सशक्त व्यवस्थाओं के निर्देश दिए जाएंगे।
केदारनाथ में लगातार हो रहा पुनर्निर्माण
सोमवार को देहरादून स्थित श्री टपकेश्वर महादेव मंदिर में उत्तराखंड सेवा समिति द्वारा आयोजित सुंदरकांड पाठ में शामिल होकर मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम में भव्य पुनर्निर्माण और नवनिर्माण कार्य लगातार जारी हैं। पिछले वर्ष केदार घाटी में आई आपदा के दौरान सरकार ने तेजी से काम करते हुए 35 दिनों के भीतर यात्रा को पुनः शुरू कर दिया था।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोपरि
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की सतर्कता और त्वरित निर्णयों के चलते बीते साल सभी श्रद्धालु सुरक्षित रहे। इस बार भी यात्रा को सुरक्षित, सुगम और सुविधाजनक बनाने के लिए हर स्तर पर पुख्ता प्रबंध किए जा रहे हैं।
कार्यक्रम में उत्तराखंड सेवा समिति, टपकेश्वर महादेव मंदिर समिति के पदाधिकारी, संत समाज और बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की कि वे यात्रा पर आने से पहले पंजीकरण जरूर कराएं और राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
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