रुद्रपुर: उत्तराखंड के रुद्रपुर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां इंदिरा कॉलोनी में रहने वाले अभिषेक कुमार ने अपने ही घर से छह लाख रुपये के जेवर चुराकर पुलिस में झूठी चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई। मामले की गहराई से जांच करने पर यह खुलासा हुआ कि अभिषेक ऑनलाइन जुए की लत का शिकार था और उस पर 90 हजार रुपये का कर्ज चढ़ गया था। कर्ज चुकाने के लिए उसने अपने ही घर में चोरी की साजिश रची और चोरी की झूठी प्राथमिकी दर्ज करवा दी।
सीसीटीवी फुटेज ने खोली पोल
रुद्रपुर के एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने जानकारी दी कि शाहजहांपुर (यूपी) के गदियाना गांव का मूल निवासी अभिषेक कुमार अपने परिवार के साथ इंदिरा कॉलोनी, गली नंबर चार में किराए के मकान में रहता है। 31 मार्च को उसके पिता विनोद कुमार का किच्छा रोड स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में अल्ट्रासाउंड कराया गया था।
एक अप्रैल को अभिषेक अपनी मां शांति देवी के साथ अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट लेने अस्पताल गया था। जब वे घर लौटे तो देखा कि घर से करीब छह लाख रुपये के जेवर गायब थे। पुलिस में चोरी की शिकायत दर्ज कराई गई, जिसके बाद जांच शुरू हुई।
पुलिस ने जब आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तो एक चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई। फुटेज में साफ दिखाई दिया कि अभिषेक अपनी मां के साथ सुबह 10:30 बजे अस्पताल के लिए निकला था। लेकिन 11:03 बजे वह अकेला घर लौटा और 16 मिनट तक घर में रहने के बाद वापस चला गया। फिर वह दोपहर 12 बजे अपनी मां के साथ घर पहुंचा। इस हरकत को संदिग्ध मानते हुए पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाया।
पुलिस पूछताछ में टूटा अभिषेक, कुबूला अपराध
पूछताछ के दौरान जब आदर्श कॉलोनी चौकी प्रभारी होशियार सिंह ने अभिषेक से सख्ती से सवाल किए, तो वह टूट गया और पूरी सच्चाई उगल दी। उसने कबूल किया कि वह ऑनलाइन जुआ खेलता था और कर्ज में डूब चुका था। इसी कर्ज को चुकाने के लिए उसने अपने ही घर में चोरी की योजना बनाई। पहले उसने घर से सारे जेवर चुराए और फिर पुलिस को गुमराह करने के लिए घर का सामान बिखेर दिया, ताकि ऐसा लगे कि किसी बाहरी व्यक्ति ने चोरी की है।
अभिषेक ने यह भी स्वीकार किया कि इससे पहले जनवरी में भी उसने अपनी मां के सोने के कुंडल चुराए थे, जो शादी में पहनने के लिए निकाले गए थे। तब उसकी मां को लगा था कि कुंडल शादी में कहीं गिर गए होंगे। इसके बाद 22 मार्च को उसने पूरा जेवर चुरा लिया और बाइक की टूल बॉक्स में छिपा दिया। 31 मार्च को वह अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट लेने के बहाने अपनी मां को अस्पताल ले गया, ताकि चोरी को असली घटना की तरह दिखाया जा सके।
चोरी के जेवर सुनार को बेचने की बात कबूली, पुलिस ने शुरू की कार्रवाई
अभिषेक ने पुलिस को बताया कि चोरी के जेवरात उसने इंदिरा कॉलोनी के एक सुनार के पास गिरवी रख दिए थे। इस खुलासे के बाद पुलिस ने तुरंत अभिषेक को गिरफ्तार कर लिया और अब उस सुनार की तलाश में जुट गई है, जिसने चोरी का जेवर खरीदा था।
रुद्रपुर पुलिस का कहना है कि यह मामला लोगों के लिए एक सीख है कि लालच और गलत रास्ते पर चलने का नतीजा कितना भयानक हो सकता है। ऑनलाइन जुए की लत के कारण अभिषेक ने अपने ही परिवार को धोखा दिया और खुद को अपराध के दलदल में धकेल दिया। पुलिस अब इस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है।
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