उत्तराखंड के चंपावत जिले में स्थित बनबसा इंडो-नेपाल बॉर्डर पर तैनात 57 वाहिनी सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने सतर्कता बरतते हुए एक चाइनीज महिला को भारत में प्रवेश करने से रोक दिया। जांच के दौरान यह पाया गया कि महिला के पास भारत में प्रवेश के लिए आवश्यक वीजा नहीं था।
एसएसबी के कमांडेंट मनोहर लाल के निर्देशन में सीमांत क्षेत्र में विशेष सुरक्षा अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत अपराधियों और तस्करी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य सीमा क्षेत्र में सुरक्षा को मजबूत करना और अवैध गतिविधियों को रोकना है।
इसी क्रम में 2 अप्रैल को डी कंपनी बनबसा की एक टीम भारत-नेपाल चेक पोस्ट पर नियमित जांच कर रही थी। इस दौरान नेपाल से भारत की ओर आ रही एक महिला यात्री, जिसका नाम यांग किनहान (Yang Qinhan) है, को रोका गया। उसके दस्तावेजों की जांच की गई, जिसमें यह पाया गया कि उसके पास भारत में प्रवेश के लिए आवश्यक वैध दस्तावेज मौजूद नहीं थे।
एसएसबी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए प्रारंभिक पूछताछ के बाद कानूनी प्रक्रिया पूरी कर महिला को इमिग्रेशन विभाग को सौंप दिया। इमिग्रेशन जांच में भी दस्तावेजों की कमी की पुष्टि हुई, जिसके बाद चाइनीज महिला को नेपाल आर्म्ड पुलिस फोर्स (एपीएफ) को सुपुर्द कर दिया गया।
एसएसबी के कमांडेंट मनोहर लाल ने कहा कि यह कार्रवाई सशस्त्र सीमा बल की सतर्कता और सीमा सुरक्षा के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि भविष्य में भी एसएसबी इसी तरह सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा और अवैध गतिविधियों पर कठोर कार्रवाई जारी रखेगा।
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