देहरादून में उत्तराखंड क्रांति दल (यूकेडी) के दो नेताओं को होटल में जबरदस्ती घुसकर मालिक को धमकाना और बदसलूकी करना महंगा पड़ गया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई और होटल मैनेजर की शिकायत पर दोनों आरोपियों—आशुतोष नेगी और आशीष नेगी—को गिरफ्तार कर लिया गया। कोर्ट ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
क्या है पूरा मामला?
घटना रायपुर क्षेत्र के रजवाड़ा रेस्टोरेंट की है, जहां होटल मैनेजर आशीष शर्मा ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उनका एक कर्मचारी, जो शेफ के रूप में काम करता था, 25 फरवरी को काम छोड़कर चला गया था। अगले ही दिन, 26 फरवरी को, छह-सात लोग, जो खुद को यूकेडी कार्यकर्ता बता रहे थे, उसी शेफ के साथ रेस्टोरेंट पहुंचे। इनमें से दो लोगों ने अपना परिचय आशुतोष नेगी और आशीष नेगी के रूप में दिया।
आरोप है कि इन लोगों ने रेस्टोरेंट के मालिक दीपक गुप्ता और अन्य स्टाफ के साथ बदतमीजी की, हंगामा किया और जबरदस्ती दबाव बनाकर शेफ की सैलरी के नाम पर ₹12,600 वसूल लिए। यही नहीं, प्रतिष्ठान की छवि खराब करने की धमकी देते हुए उन्होंने स्टाफ को गाली-गलौज की और जान से मारने की धमकी तक दे डाली।
व्यापारियों का गुस्सा, एसएसपी कार्यालय पर प्रदर्शन
घटना से आक्रोशित व्यापारियों ने देहरादून एसएसपी कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। उन्होंने मांग की कि ऐसे तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों। व्यापारियों ने चेतावनी दी कि यदि दोषियों पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे।
गिरफ्तारी और पुलिस का बयान
देहरादून के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि दोनों आरोपियों के खिलाफ पहले से अलग-अलग थानों में कई मामले दर्ज हैं। आशुतोष नेगी पर पौड़ी जिले में ही आठ मुकदमे दर्ज हैं और वह हिस्ट्रीशीटर है। पुलिस ने सबूतों के आधार पर दोनों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
यह घटना न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि किस तरह कुछ असामाजिक तत्व राजनीतिक संगठन की आड़ में अवैध गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं।
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