ऋषिकेश: होली के मौके पर ऋषिकेश के नीम बीच में दोस्तों के साथ नहाने गए एक युवक की गंगा में डूबने से मौत हो गई। सूचना मिलने पर एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और गहरे पानी में सर्च ऑपरेशन शुरू किया। काफी मशक्कत के बाद करीब 20 से 25 फीट की गहराई से युवक को बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
एसडीआरएफ ने किया रेस्क्यू, लेकिन नहीं बच सकी जान
एसडीआरएफ ढालवाला के निरीक्षक कवींद्र सजवाण ने जानकारी दी कि दोपहर करीब 12:30 बजे कंट्रोल रूम को सूचना मिली कि एक युवक गंगा में डूब गया है। तुरंत ही एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और डीप डाइविंग टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। कुछ देर की तलाश के बाद युवक को गंगा की गहराइयों से बाहर निकाला गया, लेकिन वह अचेत अवस्था में था। युवक को तुरंत मुनिकीरेती पुलिस के हवाले कर नजदीकी अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मृतक की पहचान हुई, परिजनों को दी गई सूचना
डूबने वाले युवक की पहचान संदीप थापा (21) पुत्र प्रकाश थापा निवासी घुंघटानी, तल्ली तपोवन के रूप में हुई है। पुलिस द्वारा मृतक के परिजनों को सूचित कर दिया गया है।
होली के दौरान अस्पतालों में विशेष इंतजाम, डॉक्टर ऑन-कॉल ड्यूटी पर
होली के दौरान संभावित दुर्घटनाओं को देखते हुए शांति प्रपन्न शर्मा राजकीय चिकित्सालय की इमरजेंसी में डॉक्टरों को ऑन-कॉल ड्यूटी पर तैनात किया गया है। अस्पताल प्रशासन ने इमरजेंसी सेवाओं को सुचारू बनाए रखने के लिए सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए हैं।
पुलिस से मांगी गई अतिरिक्त सुरक्षा
अस्पताल प्रशासन ने होली के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिस को अतिरिक्त सुरक्षा मुहैया कराने के लिए पत्र लिखा है। खासतौर पर ऋषिकेश से मुनिकीरेती तक पुलिस विशेष सतर्कता बरत रही है, क्योंकि होली की मस्ती में लोग अक्सर घायल हो जाते हैं और अस्पताल में भीड़ बढ़ जाती है।
पिछले साल हुआ था हंगामा, इस बार सुरक्षा कड़ी
पिछले साल होली के दिन अस्पताल में बवाल हो गया था। दो गुटों के बीच हुए विवाद के बाद एक पक्ष के लोग इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे, जबकि दूसरे पक्ष के लोग सीधे कोतवाली पहुंच गए थे। इस घटना के बाद अस्पताल में काफी हंगामा हुआ था। इसे देखते हुए इस बार सुरक्षा को लेकर विशेष तैयारी की गई है।
ओपीडी बंद, लेकिन इमरजेंसी रहेगी खुली
होली के दिन सार्वजनिक अवकाश के चलते ओपीडी सेवाएं बंद रहेंगी, लेकिन इमरजेंसी सेवाएं 24 घंटे चालू रहेंगी। इमरजेंसी में इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर (EMO) की तैनाती के साथ-साथ विशेषज्ञ डॉक्टर भी ऑन-कॉल उपलब्ध रहेंगे, ताकि किसी भी जरूरतमंद मरीज को इलाज में कोई परेशानी न हो।
नोट: ऋषिकेश में गंगा के किनारे होली खेलने और नहाने के दौरान सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। प्रशासन बार-बार चेतावनी जारी करता है कि बिना सुरक्षा के गहरे पानी में न उतरें, क्योंकि यह जानलेवा साबित हो सकता है।