उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा शोध प्रोत्साहन योजना के तहत 1 करोड़ 9 लाख रुपये से अधिक की धनराशि जारी की गई है। इस संबंध में उच्च शिक्षा सचिव डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा ने आधिकारिक आदेश जारी किया है।
23 नए शोध प्रस्तावों के लिए पहली किश्त जारी
आदेश के अनुसार, यह धनराशि 23 नए शोध प्रस्तावों के लिए प्रथम किश्त के रूप में स्वीकृत की गई है। इस योजना के तहत विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के शोधार्थियों को ₹2.5 लाख से ₹7.5 लाख तक की वित्तीय सहायता प्रदान की गई है।
किन-किन संस्थानों के शोधार्थी होंगे लाभान्वित?
इस योजना से लाभान्वित होने वाले शोधार्थी विभिन्न महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों से जुड़े हुए हैं, जिनमें शामिल हैं:
- महाविद्यालय पैठाणी
- दून विश्वविद्यालय
- महाविद्यालय दुगनाकुरी
- महाविद्यालय मंगलौर
- महाविद्यालय नैनीताल
- महाविद्यालय पुरोला
- महाविद्यालय कांडा
- श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय
- महाविद्यालय हल्द्वानी
शोध कार्य को मिलेगा नया प्रोत्साहन
सरकार द्वारा जारी की गई यह धनराशि प्रदेश के शोधकर्ताओं के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है, जिससे वे अपने शोध कार्य को सुचारू रूप से आगे बढ़ा सकेंगे। उच्च शिक्षा विभाग का मानना है कि इस तरह की वित्तीय सहायता से शोध की गुणवत्ता में सुधार होगा और राज्य में शैक्षणिक अनुसंधान को नई दिशा मिलेगी।