खबर उत्तराखंड के पूरे कुमाऊं मंडल में आज मंगलवार को भी भारी बारिश होने के आसार हैं। पूरे प्रदेश में बारिश का यलो अलर्ट भी जारी किया है।जी हाँ,मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया, 18 जुलाई को प्रदेशभर के ज्यादातर हिस्सों में भारी बारिश होने की आशंका है। कुछ इलाकों में बिजली चमकने के साथ कई दौर की बौछार वाली बारिश होने के आसार हैं। 19 जुलाई को बारिश से कुछ राहत मिल सकती है।
दरअसल,सुबह हुई बारिश के कारण यमुनोत्री हाईवे झरझर गार्ड के पास मलबा आने से बंद हो गया। साथ ही गंगोत्री हाईवे मनेरी डैम के पास मलबान से बंद है। उधर, भटवाड़ी विकासखंड के जखोल गांव में बरसाती नाला उफान पर आने और भूसखलन से खेती को नुकसान हुआ है। एक टैंपो भी पलटकर गहरी खाई में जा गिरा।
बता दें की बदरीनाथ हाईवे भी नंदप्रयाग और छिनका में पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा आने से बाधित हो गया है। हाईवे के दोनों ओर तीर्थयात्रियों के साथ ही स्थानीय लोगों के वाहनों की लंबी लाइन लगी हुई है। एनएचआईडीसीएल की ओर से हाईवे को खोलने का काम शुरू कर दिया गया है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदकिशोर जोशी ने बताया कि जल्द ही हाईवे खोल दिया जाएगा।
गौरतलब है की प्रदेश में भारी बारिश के बाद बंद हुई सड़कों को खोलने के लिए सोमवार को 232 जेसीबी मशीनों को लगाया गया, लेकिन पूरे दिन की मेहनत के बाद 100 सड़कों को खोलने में ही कामयाबी मिल पाई। अभी भी 275 सड़कें बंद हैं।
प्रदेश सरकार ने मानसून सीजन में आपदा के दौरान राहत व बचाव कार्यों के लिए गढ़वाल और कुमाऊं में हेलिकॉप्टर तैनात कर दिए गए हैं। बीते दिनों कुमाऊं क्षेत्र के बुंदी गांव से गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को हेलिकॉप्टर से पिथौरागढ़ पहुंचाया गया। जबकि हरिद्वार के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में हेलिकॉप्टर से राहत सामग्री व दवाइयां पहुंचाई गई।
वहीं उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण के संचालन प्रभारी समीर सिंह ने बताया कि 13 व 14 जुलाई को प्रदेश में हुई भारी बारिश में हेलिकॉप्टरों का इस्तेमाल किया है। कुमाऊं क्षेत्र में बुंदी गांव से एक बीमार व्यक्ति को हायर सेंटर पहुंचाया गया। जबकि हरिद्वार के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में हेलिकॉप्टर से राहत सामग्री व दवाइयों के पैकेट वितरित किए गए।