सीएम खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना के तहत अब उत्तराखंड के हर एक जिले से 200 खिलाड़ियों का चयन किया जाएगा। जिसमें 50 फ़ीसदी बालिकाएं होंगी और 50 फीसदी बालक होंगे। राज्य में चुने 2600 खिलाड़ियों को प्रतिमाह दो ₹2000 का वजीफा और सीएम की ओर से विशेष प्रोत्साहन के तौर पर एक ₹10000 दिए जाएंगे। बता दें कि राज्य सरकार ने खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए यह गाइडलाइन जारी की है।
आपको बता दें कि प्रथम चरण में ब्लॉक से 4 आयु वर्ग में राज्य सरकार की ओर से 10 विभिन्न खेलों में दो-दो बालक और बालिका खिलाड़ियों को शामिल किया जाएगा यह अनुपात नगर निगम क्षेत्र में होगा। नगर पालिका में यह संख्या 11 हो जाएगी जबकि चंपावत,रुद्रप्रयाग और बागेश्वर में हर ब्लाक में हर आयु और खेल वर्ग में 5-5,नगर पालिका क्षेत्र में प्रति आयु एवं खेल वर्ग में 3 बालक और दो बालिका को शामिल किया जाएगा। दूसरे चरण में छात्रवृत्ति के लिए अंतिम चयन किया जाएगा। यह चयन एथलेटिक्स बैडमिंटन, बॉक्सिंग,ताइक्वांडो,फुटबॉल, कबड्डी वॉलीबॉल,बास्केटबॉल, हॉकी और टेबल टेनिस के लिए किया जाना है।
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बता दें कि सरकार की योजना के अनुसार यह छात्रवृत्ति उत्तराखंड के स्थाई निवासी खिलाड़ियों के लिए है और 1 साल के लिए ही मान्य होगी। नए साल में छात्रवृत्ति के लिए खिलाड़ियों का दोबारा चयन किया जाएगा। खिलाड़ी की आयु गणना 1 जुलाई से की जाएगी। इस नीति के तहत हर जिले में डीएम की अध्यक्षता में एक कमेटी भी बनाई जाएगी। डीएम के साथ-साथ इसमें सीडीओ,सीईओ,सीएमओ,जिला युवा कल्याण अधिकारी और जिला क्रीड़ा अधिकारी सदस्य होंगे। यह कमेटी चयन प्रक्रिया पर नजर रखेगी और विवाद की स्थिति में कमेटी का निर्णय ही अंतिम होगा जो खिलाड़ी विभागीय राज्य सरकार भारतीय खेल प्राधिकरण के अधीन खेल छात्रावास या स्पोर्ट्स कॉलेज में चयनित होकर सुविधा ले रहे हैं उन्हें छात्रवृत्ति नहीं मिलेगी।