उत्तराखंड में यूपी पुलिस के एनकाउंडर के बाद बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। दोनों पुलिस द्वारा केस दर्ज कराया गया है। ज्येष्ठ उप ब्लॉक प्रमुख गुरताज भुल्लर ने भावुक होते हुए सरकार से पूरे मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की।वहीं एनकाउंटर के बाद यूपी और उत्तराखंड पुलिस आमने-सामने आ गई है।
आपको बता दें की गुरताज भुल्लर ने कहा कि उन्हें उत्तराखंड पुलिस व सरकार से पूरी मदद की उम्मीद है। साथ ही उन्होंने जनता से भी सहयोग करने की अपील की है । उन्होंने कहा की जो मेरे साथ हुआ है वह किसी के साथ न हो। शुक्रवार को अपने आवास पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि उनका कोई दोष है तो उसकी सजा दी जाये। बताया कि वह घटना से एक घंटा पहले दिल्ली से आये थे।
वहीं पत्नी व बच्चों से मिले भी नहीं थे। इतने में घटना हो गई। कहा कि उत्तराखंड, यूपी और केंद्र में भाजपा सरकार है और वह सरकार से न्याय चाहते हैं। कहा कि ठाकुरद्वारा में उनके खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज कर दिये गये हैं। कहा कि उनके दो बच्चे हैं। पत्नी की मौत के बाद वह उन्हें कैसे संभालेंगे।
बता दें की यूपी पुलिस के खिलाफ सबूतों को लेकर उत्तराखंड पुलिस ने मोर्चा खोल दिया है। उत्तराखंड के डीआईजी ने दो टूक कहा यूपी के दोषी पुलिसकर्मियों को बख्शा नहीं जाएगा। वहीं, मुरादाबाद के एसएसपी ने कहा उत्तराखंड पुलिस को विधिवत सूचना दी गई थी। जिसके सारे सबूत मौजूद हैं। तो वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड पुलिस ने फॉरेंसिक टीम को गांव भेजकर सबूत जुटाए।
यूपी के ठाकुरद्वारा क्षेत्र में 13 सितंबर को खनन माफियाओं ने खनन इंस्पेक्टर अशोक कुमार और एसडीएम परमानंद सिंह पर हमला बोलकर खनन से भरे चार डंपर छुड़ा लिए थे। मामले में पुलिस ने 150 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। इसी मामले में वांछित 50 हजार के इनामी जफर का पीछा करते हुए एसओजी टीम उत्तराखंड के ग्राम भरतपुर, थाना कुंडा पहुंच थी। मुरादाबाद एसएसपी हेमंत कुटियाल ने कहा दबिश के दौरान यूपी पुलिस पर हमला बोला गया और हथियार लूट लिए गए। कहा उत्तराखंड पुलिस को विधिवत सूचना दी गई थी।