फेस्टिवल सीज़न को देखते हुए की गई छुट्टियां रद्द। सभी डिपो को अतिरिक्त बसें संचालित करने के निर्देश जारी किए गए। बाईपास से बसें ले जाने पर भी लगाई गई रोक। दिल्ली में चालान काटा तो अधिकारियों से होगी वसूली।
दिल्ली और उत्तराखंड के इन शहरों के बीच नहीं चलेंगी रोडवेज बसें 1 अक्टूबर से बस यात्रियों की मुश्किलें बढ़ना तय है। 1 अक्टूबर से दिल्ली सरकार ने यदि बीएस फ़ोर मानक की बसों की एंट्री बंद कर दी है और उत्तराखंड की 200 से ज्यादा बसें दिल्ली तक नहीं जा पाएंगी ऐसे में उत्तराखंड के कई शहरों और दिल्ली के बीच रोडवेज बसों का संचालन बंद हो सकता है। अगर बसों का संचालन बंद होता है तो बस में सफर करने वाले यात्रियों को बड़ी मुश्किल मुझे झेलनी पड़ सकती है।
दिल्ली सरकार ने तीन महीने पहले उत्तराखंड रोडवेज को पत्र भेजकर 1 अक्टूबर से सिर्फ बीएस 6 मानक की बसें दिल्ली भेजने के लिए कहा था, लेकिन रोडवेज बसों का इंतजाम नहीं हो पाया। जो बसें दिल्ली तक चल रही है वह बीएस फ़ोर मानक की है। रोडवेज के महाप्रबंधक संचालक दीपक जैन, दिल्ली सरकार ने 1 अक्टूबर से बीएस फ़ोर बसें नहीं भेजने के लिए सुझाव पत्र भेजा था।
इस पर अंतिम फैसला नहीं हुआ है। इसलिए जो बस दिल्ली जा रही है वो जाती रहेगी। हमारे पास 17 सीएनजी बसें हैं। नय टेंडर में 40 बसे मिलनी थी, वे अभी तक नहीं मिली है।
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इन रूटों पर चलने थी सीएनजी बस
देहरादून- दिल्ली 20, देहरादून- दिल्ली फरीदाबाद 6, ऋषिकेश- दिल्ली 12, रुड़की- दिल्ली 10, दिल्ली- हरिद्वार 16, हरिद्वार- दिल्ली कुतुब गढ़ एक, हरिद्वार- दिल्ली गुरुग्राम दो हरिद्वार- दिल्ली पलवल एक, हल्द्वानी- दिल्ली 12, हल्द्वानी- दिल्ली फरीदाबाद दो, काठगोदाम- दिल्ली 6 बसें चलनी थी।