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देहरादून के क्लीमेनटाउन निवासी अंकित भारती ने लद्दाख क्षेत्र की मारखा घाटी में स्थित कांग्यात्से-1 (6,400 मीटर) और कांग्यात्से-2 (6,250 मीटर) चोटियों को फतह कर इतिहास रच दिया है। प्रतिकूल मौसम के बावजूद उन्होंने दोनों दुर्गम चोटियों पर चढ़ाई की और तिरंगा लहराया। अंकित भारती ने छह दिनों में इन दोनों चोटियों को फतह कर यह अनोखा कारनामा किया है, जिससे देवभूमि का नाम रोशन हुआ है।

अंकित ने 14 अगस्त को लेह से समिट कैंप के लिए अपने अभियान की शुरुआत की। 17 अगस्त की सुबह उन्होंने कांग्यात्से-1 की चढ़ाई शुरू की और भारी बर्फबारी के बीच चार घंटे में चोटी पर पहुंच गए। अगले दिन, 18 अगस्त को, उन्होंने कांग्यात्से-2 की चढ़ाई की और दोपहर 1:20 बजे तिरंगा फहराया। इस अभियान में वे दोनों चोटियों को फतह करने वाले पहले पर्वतारोही बन गए।

अंकित ने वर्ष 2019 में बेसिक माउंटेनियरिंग कोर्स और 2021 में नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग से ए-ग्रेड के साथ एडवांस माउंटेनियरिंग कोर्स पूरा किया। इसके बाद उन्होंने 2024 में सर्च एंड रेस्क्यू कोर्स का प्रशिक्षण प्राप्त किया।

अंकित पहले भी अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट क्लिमिंजरो पर चढ़ाई कर चुके हैं। उनका अगला लक्ष्य 2025 में माउंट एवरेस्ट को फतह करना है। इस अभियान में सहयोग के लिए अंकित ने सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल, एसडीआरएफ और माउंट क्राफ्ट का आभार व्यक्त किया।

अंकित की इस सफलता पर उन्हें खेल विशेष प्रमुख सचिव अमित कुमार सिन्हा, उत्तराखंड एथलेटिक्स एसोसिएशन के सचिव केजेएस कलसी, ओलंपियन मनीष रावत और अन्य ने शुभकामनाएं दीं।

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