उत्तराखंड में लगातार दूसरे दिन भारी बारिश का कहर जारी है। मौसम विभाग ने नैनीताल, चम्पावत, और उधमसिंह नगर जिलों के लिए अगले 12 घंटों में भारी से अत्यधिक भारी वर्षा की संभावना जताते हुए रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं, राज्य के अन्य 10 जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इस बीच, हल्द्वानी समेत कई स्थानों पर शुक्रवार को भी बारिश जारी रही, जिससे जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हुआ है।
मुख्यमंत्री धामी ने आपातकालीन परिचालन केंद्र का दौरा किया
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र का दौरा किया और स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने सभी जिलों के अधिकारियों से वर्चुअल माध्यम से बात की और राहत व बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने की सख्त हिदायत दी है। पिछले 12 घंटों में लोहाघाट में 264 मिमी, चम्पावत में 202 मिमी, बनबसा में 128 मिमी, काशीपुर में 110 मिमी, और पिथौरागढ़ में 108 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।
भारी बारिश से स्थिति गंभीर, आपदा प्रबंधन विभाग अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि कुमाऊं मंडल में अगले 12 घंटों के भीतर कहीं-कहीं अत्यंत भारी वर्षा हो सकती है। इसके साथ ही गढ़वाल मंडल में भी तेज बारिश का अनुमान है। मौसम विभाग ने शुक्रवार को राज्यभर में रेड अलर्ट जारी किया है, और पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में बिजली गिरने और गरज-चमक के साथ भारी वर्षा की चेतावनी दी है। आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी जिलों को अलर्ट कर दिया है और समय रहते सभी तैयारियों को पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
पिथौरागढ़ में भूस्खलन, पार्किंग की सुरक्षा दीवार गिरी
पिथौरागढ़ में भारी बारिश के कारण मल्टी-स्टोरी पार्किंग स्थल पर भूस्खलन हुआ, जिससे निर्माणाधीन सुरक्षा दीवार गिर गई। इस घटना से अस्पताल और पुनेड़ी गांव का संपर्क टूट गया है। यह दूसरी बार है जब इस स्थान पर भूस्खलन हुआ है, जिससे निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं। पूर्व सभासद किशन खड़ायत ने इस क्षेत्र की भूगर्भीय जांच की मांग की है। जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी ने भी निर्माण स्थल की स्ट्रक्चरल सेफ्टी रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं, जिसके लिए आईआईटी रुड़की के इंजीनियरों की मदद ली जाएगी।उत्तराखंड में हो रही भारी बारिश से स्थिति गंभीर बनी हुई है, और राज्य सरकार द्वारा हर संभव उपाय किए जा रहे हैं ताकि आम जनता को राहत मिल सके।
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