Demo

खबर उत्तराखंड से जहाँ एच3एन2 इन्फ्लूएंजा वायरस ने रुड़की में भी दस्तक दे दी है। रुड़की निवासी एक महिला में इस वायरस की पुष्टि हुई है। महिला का उपचार हायर सेंटर में चल रहा है। महिला की हालत अभी गंभीर बनी हुई है।


जी हाँ,रुड़की निवासी एक महिला का कुछ दिन से स्वास्थ्य ठीक नहीं था। चार दिन पहले अचानक ही महिला की तबीयत ज्यादा खराब हो गई। इस पर परिजन उसे एक निजी अस्पताल में लेकर गए। महिला की गंभीर हालत को देखते हुए उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया।


बता दें की परिजन महिला को हायर सेंटर लेकर पहुंचे। वहां करवाई गई विभिन्न जांच के बाद चिकित्सकों ने बताया कि महिला में एच3एन2 इन्फ्लूएंजा वायरस की पुष्टि हुई है। इसके बाद चिकित्सकों ने एच3एन2 इन्फ्लूएंजा का उपचार शुरू दिया है।


दरअसल,सिविल अस्पताल रुड़की एच3एन2 इन्फ्लूएंजा से पीड़ित मरीज के उपचार के लिए तैयार है। सिविल अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संजय कंसल ने बताया कि अस्पताल में एच3एन2 का यदि कोई संदिग्ध मरीज उपचार के लिए आता है तो उसे पूरा उपचार दिया जाएगा। इसके लिए अस्पताल में एक आइसोलेशन वार्ड भी बनाया गया है जहां मरीजों को रखा जाएगा।


स्वास्थ्य विभाग की ओर से पहले ही एडवाइजरी जारी की जा चुकी है। सीएमओ हरिद्वार डॉ. मनीष दत्त ने बताया कि एच3एन2 इन्फ्लूएंजा वायरस को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है लेकिन इसको लेकर सावधानी व एहतियात बरतने की जरूरत है। भीड़भाड़ वाले इलाके में जाते समय अनिवार्य रूप से मास्क लगाएं। हाथों को साबुन से धोएं या फिर सैनिटाइजर से साफ करें। हाथ मिलाने के बजाय हाथ जोड़कर अभिवादन करें। खांसी, जुकाम या फिर बुखार को अनदेखा न करें। सरकारी अस्पताल या फिर किसी अच्छे विशेषज्ञ चिकित्सक से उपचार कराएं।

यह भी पढ़े –*बुजुर्गों, विधवाओं और दिव्यांगों की सहायता के लिए उत्तराखंड को 118.91 करोड़ रुपये की धनराशि की गई स्वीकृत, सीएम धामी ने पीएम का जताया आभार*


वहीं एच3एन2 इन्फ्लूएंजा वायरस का यदि कोई संदिग्ध मरीज आता है तो अस्पताल में उसका सैंपल लिया जाएगा। उसे जांच के लिए दिल्ली या फिर देहरादून भेजा जाएगा। सीएमएस डॉ. संजय कंसल ने अस्पताल के प्रबंधक अंकित राणा को इसका नोडल अधिकारी बनाया है।

Share.
Leave A Reply