लोकसभा चुनाव पास हैं। ऐसे में उत्तराखंड कांग्रेस को लगते झटकों के बीच कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत की बहु अनुकृति गुसाईं ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। इसे लेकर अनुकृति गुसाईं के ससुर और पूर्व कैबिनेट मंत्री रहे हरक सिंह रावत का बयान सामने आया है।
शनिवार को कांग्रेस नेता अनुकृति गुसाईं ने कांग्रेस पार्टी से अपना इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अनुकृति के बीजेपी में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। अनुकृति के इस्तीफे पर हरक सिंह रावत का रिएक्शन सामने आया है। बता दें हरक सिंह रावत शनिवार को दिल्ली में मौजूद थे।
यह भी पढ़े : उत्तराखंड की सियासत में नहीं थम रहा इस्तीफों का सिलसिला, अब कांग्रेस के इस वरिष्ठ नेता ने दिया इस्तीफा
अनुकृति के इस्तीफा की पुष्टि करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें भी अनुकृति ने फोन पर ही इसकी सूचना दी है। फिलहाल वो कुछ दिन आराम करेंगी। जानकारी के अनुसार अपने अगले कदम के बारे में पूछे जाने पर हरक सिंह ने कहा कि वो भी अगले दो-तीन दिन में भविष्य की राजनीति तय करेंगे। हरक सिंह ने फिर दोहराया कि वो चुनाव लड़ने के बहुत इच्छुक नहीं है।
हरक सिंह रावत के इस बयान के बाद सियासी गलियारों में चर्चाओं के बाजार गर्म हो गए हैं। जिससे माना जा रहा है कि कही हरक सिंह रावत अपनी बहु अनुकृति गुसाईं के साथ एक बार फिर बीजेपी में वापसी करने के मूड में तो नहीं। या फिर वो राजनीती से ही सन्यास लेने का सोच रहे हैं।
बताते चलें अनुकृति गुसाईं ने 2022 के विधानसभा चुनाव में अपना राजनैतिक करियर शुरू किया था। कांग्रेस के टिकट पर उन्होंने लैंसडौन से चुनाव लड़ा था। इसमें उन्हें भाजपा प्रत्याशी महंत दिलीप रावत के सामने हार का सामना करना पड़ा था। बीते दिनों हरक सिंह से जुड़े लोगों पर हुई ईडी छापेमारी में अनुकृति के बैंक लॉकर भी सील किए गए थे।
जिसके बाद ईडी ने अनुकृति को पूछताछ के लिए भी तलब किया था। इस बीच शनिवार को उन्होंने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। हालांकि इस्तीफा देने के बाद अनुकृति ने अपना पक्ष नहीं रखा है। जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले हरक की करीबी और रुद्रप्रयाग जिला पंचायत अध्यक्ष रहीं लक्ष्मी राणा भी कांग्रेस से इस्तीफा दे चुकी हैं।