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देहरादून में डेंगू के मामले बढ़ने के बाद भी लोग लापरवाही कर रहे हैं। नगर निगम की टीम को कई जगह निरीक्षण में डेंगू के लार्वा मिले हैं। देहरादून में घरों, प्रतिष्ठानों में डेंगू के लार्वा मिलने पर अब तक 10 लाख रुपए का जुर्माना किया जा चुका है।

देहरादून में इस साल अब तक 100 से ज्यादा डेंगू के मामले सामने आ चुके हैं। इस बीच, नगर निगम ने डेंगू के लार्वा को नष्ट करने के लिए अभियान चलाया हुआ है। नगर निगम की टीमें घर-घर जाकर लोगों को जागरूक कर रही हैं। लेकिन, लोगों में जागरूकता की कमी के कारण डेंगू के लार्वा मिलने से रोका नहीं जा पा रहा है।

जागरूकता के लिए क्या किया जा सकता है?

डेंगू के लार्वा को नष्ट करने के लिए लोगों को जागरूक करना जरूरी है। इसके लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:

  • घरों और प्रतिष्ठानों में पानी एकत्रित न होने दें।
  • कूलर, गमले और अन्य ऐसे स्थानों को नियमित रूप से साफ करें, जहां पानी जमा होने की संभावना हो।
  • घरों के आसपास के क्षेत्रों को साफ रखें।
  • डेंगू के लक्षणों के बारे में जागरूक रहें।

लापरवाही से हो सकता है गंभीर नुकसान

डेंगू एक गंभीर बीमारी है, जो मच्छरों के काटने से होती है। डेंगू के लक्षण बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, थकान और त्वचा पर चकत्ते हैं। यदि डेंगू का इलाज नहीं किया जाता है, तो यह जानलेवा भी हो सकता है।

इसलिए, डेंगू के लार्वा को नष्ट करने के लिए लोगों को जागरूक करना जरूरी है। लापरवाही से डेंगू के प्रसार को रोका नहीं जा सकता है और इससे गंभीर नुकसान हो सकता है।

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