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चार जून को आरोपी अनमोल ने अजय कुमार को मुरादाबाद से बिजनौर ले जाने की योजना बनाई। अजय कुमार, जो मुरादाबाद के कटघर थाने में गबन के मामले में आरोपी था, प्रतापगढ़ का निवासी था और मुरादाबाद में एक व्यापारी के यहां नौकरी करता था। अजय पर गबन का मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की, जिसके तहत अनमोल का नाम सामने आया।हत्या की साजिश और लैंसडौन में शव फेंकनाबिजनौर में अनमोल और उसके साथियों ने अजय कुमार की हत्या कर दी। इसके बाद उन्होंने अजय का शव लैंसडौन के जंगल में फेंक दिया। पुलिस ने अनमोल को गिरफ्तार कर लिया और उसने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल किया। अनमोल ने बताया कि हत्या के बाद वह अपने साथियों के साथ लैंसडौन के बिलांसू गांव के जंगल में गया और शव को एक गहरी खाई में फेंक दिया। शव की बरामदगी और पोस्टमार्टम11 जून को थाना कटघर के उप निरीक्षक बृजेश कुमार की सूचना पर लैंसडौन पुलिस, एसडीआरएफ, और यूपी पुलिस ने मिलकर अजय का शव बरामद किया। शव जंगल की आग में जल चुका था। लैंसडौन पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर कोटद्वार में पोस्टमार्टम कराया। चेक पोस्ट की चूकबिजनौर और लैंसडौन के बीच लगभग 100 किमी की दूरी है, जिसमें कई थाने और चेक पोस्ट आते हैं। बावजूद इसके, किसी भी चेक पोस्ट पर शव ले जाने वाली गाड़ी की जांच नहीं हुई। इस चूक से यूपी और उत्तराखंड की पुलिस व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं।कटघर थाने के उपनिरीक्षक बृजेश कुमार ने बताया कि गबन की जांच करते हुए पुलिस अनमोल तक पहुंची।

अनमोल ने पूछताछ में स्वीकार किया कि गबन के पैसों को लेकर अजय से तनातनी के बाद उसने हत्या की योजना बनाई और उसे अंजाम दिया।

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