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रुद्रपुर के संजयनगर वार्ड नंबर तीन में रहने वाले 12 वर्षीय विक्की सरकार की दुखद मृत्यु ने पूरे इलाके को शोक और चिंता में डाल दिया है। यह मामला इसलिए और भी गंभीर हो गया है क्योंकि विक्की को दस दिन पहले एक कुत्ते ने काटा था और उसके नौ दिन बाद विक्की ने खुद हिंसक व्यवहार करना शुरू कर दिया। यह घटना रेबीज (हाइड्रोफोबिया) के खतरों और इसके प्रति जागरूकता की कमी को उजागर करती है।

गोविंद सरकार, जो पेशे से मजदूर हैं, अपने परिवार के साथ संजयनगर में रहते हैं। उनके परिवार में उनकी मां, पत्नी और तीन बेटे शामिल हैं। गोविंद के बड़े बेटे विक्की को दस दिन पहले एक आवारा कुत्ते ने काट लिया था। शुरुआत में इस घटना को सामान्य समझा गया और विक्की को अस्पताल नहीं ले जाया गया, जिससे स्थिति और भी बिगड़ गई।

रविवार की सुबह विक्की ने अचानक हिंसक व्यवहार करना शुरू कर दिया। उसने पहले अपने पिता गोविंद सरकार की अंगुली काट दी, फिर अपने दो छोटे भाईयों को भी काट लिया। यह स्थिति बहुत ही डरावनी थी और विक्की के इस व्यवहार से परिवार और पड़ोस के लोग हैरान और भयभीत हो गए।

विक्की की स्थिति को देखते हुए तुरंत उसे एक निजी अस्पताल में ले जाया गया, जहां से उसे जिला अस्पताल रुद्रपुर रेफर कर दिया गया। वहां भी डॉक्टरों ने उसकी स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उसे सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी भेज दिया। सुशीला तिवारी अस्पताल में विक्की का इलाज दोपहर 2:30 बजे शुरू हुआ, लेकिन इलाज के आधे घंटे बाद ही उसकी मौत हो गई।

विक्की की मौत के बाद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया और शव को परिवार को सौंप दिया। साथ ही, पुलिस ने विक्की के परिवार को सलाह दी कि वे सभी अपने और अपने बच्चों को रेबीज का टीका लगवा लें, ताकि इस खतरनाक बीमारी से बचा जा सके।

रेबीज एक वायरस जनित बीमारी है जो संक्रमित जानवरों, विशेष रूप से कुत्तों के काटने से फैलती है। इस बीमारी का इलाज तभी संभव है जब संक्रमित व्यक्ति को समय रहते रेबीज का टीका लगवाया जाए। लेकिन अगर समय पर उपचार न मिले तो यह बीमारी जानलेवा साबित हो सकती है। विक्की के मामले में, कुत्ते के काटने के बाद उसे समय पर टीका नहीं लगाया गया, जिससे उसका जीवन नहीं बचाया जा सका।

यह दुखद घटना इस बात की ओर संकेत करती है कि हमारे समाज में रेबीज और इसके खतरों के प्रति जागरूकता की कमी है। यह आवश्यक है कि लोग कुत्ते या अन्य जानवरों के काटने के तुरंत बाद चिकित्सीय परामर्श लें और आवश्यक टीका लगवाएं। साथ ही, सरकार और स्वास्थ्य संगठनों को भी इस दिशा में जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है, ताकि ऐसे दुर्भाग्यपूर्ण हादसों से बचा जा सके।

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विक्की सरकार की मृत्यु ने पूरे रुद्रपुर को हिलाकर रख दिया है। यह घटना हमें यह सिखाती है कि किसी भी जानवर के काटने को हल्के में नहीं लेना चाहिए और तुरंत चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए। इस घटना से सबक लेते हुए, हम सबको अपने और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए सतर्क रहना चाहिए और रेबीज जैसी खतरनाक बीमारियों के प्रति जागरूक रहना चाहिए। विक्की की मौत एक दुखद घटना है, लेकिन इसे एक चेतावनी के रूप में लेते हुए हमें भविष्य में ऐसे हादसों से बचने के लिए सतर्क रहना होगा।

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