खबर खेल जगत की जहाँ कोच्चि में शुक्रवार (23 दिसंबर) को आईपीएल के आगामी सीजन के लिए खिलाड़ियों की नीलामी हुई। कुल 405 खिलाड़ी ऑक्शन में उतरे थे, जिसमें से सिर्फ 80 खिलाड़ियों पर बोली लगी। इनमें से 29 खिलाड़ी विदेशी रहे। 10 टीमों को मिलाकर कुल 206.5 की रकम खिलाड़ियों को खरीदने के लिए थी। इसमें से सिर्फ 167 करोड़ रुपये खर्च हुए। इंग्लैंड के ऑलराउंडर सैम करन (18.50 करोड़ रुपये) को सबसे ज्यादा रुपये मिले। नीलामी में कई चीजों ने लोगों को चौंकाया।
आपको बता दें की इस नीलामी में युवा खिलाड़ियों का बोलबाला रहा। 25 साल के कम उम्र के खिलाड़ियों पर सबसे ज्यादा रुपये खर्च हुए। इस उम्र के 27 खिलाड़ी बिके। उन्हें नीलामी में कुल 71.1 करोड़ रुपये मिले। 25 से 29 साल की उम्र के बीच के 28 खिलाड़ी बिके। उनके ऊपर कुल 38.9 करोड़ रुपये फ्रेंचाइजियों ने खर्च किए। 30 से 34 की उम्र के बीच के 20 खिलाड़ियों पर बोली लगी। उन्हें कुल 51.5 करोड़ रुपये मिले। 35 से ज्यादा उम्र के सिर्फ पांच खिलाड़ी बिके। उनके लिए 5.5 करोड़ रुपये खर्च किए गए।
वहीं इंग्लैंड के हैरी ब्रुक को सनराइजर्स हैदराबाद ने 13.25 करोड़ रुपये में खरीदा। उन्हें पहली बार आईपीएल का कॉन्ट्रैक्ट मिला है। वह आईपीएल इतिहास में सबसे ज्यादा कीमत पाने वाले दूसरे बल्लेबाज बन गए। वह भारत के पूर्व बल्लेबाज युवराज सिंह से आगे नहीं निकल पाए। युवराज को दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) ने 2015 सीजन के लिए 16 करोड़ रुपये में खरीदा था।
हालांकि, ब्रुक आईपीएल नीलामी में सबसे ज्यादा कीमत पाने वाले विदेशी बल्लेबाज जरूर बन गए। क्रिस लिन को कोलकाता नाइटराइडर्स ने 2018 में 9.6 करोड़ रुपये में खरीदा था। ब्रुक ने लिन को पीछे छोड़ दिया।
गौरतलब है की आयरलैंड के तेज गेंदबाज जोश लिटिल को गुजरात टाइटंस ने 4.4 करोड़ रुपये में खरीदा। उनका बेस प्राइस 50 लाख रुपये था। वह आईपीएल में कॉन्ट्रेक्ट पाने वाले आयरलैंड के पहले खिलाड़ी बन गए। उनके अलावा डेविड विजा भी बोली हासिल करने में सफल रहे। वह इस बार नामीबिया के खिलाड़ी के तौर पर नीलामी में आए थे। नामीबिया का खिलाड़ी पहली बार आईपीएल में बिका है। विजा को एक करोड़ रुपये के बेस प्राइस में कोलकाता नाइटराइडर्स ने खरीदा। विजा इससे पहले भी आईपीएल का हिस्सा रहे हैं, लेकिन तब दक्षिण अफ्रीका के खिलाड़ी के तौर पर उतरे थे।
जिम्बाब्वे के अनुभवी खिलाड़ी सिकंदर रजा ने इस साल टी20 में शानदार प्रदर्शन किया है। इस कारण आईपीएल नीलामी में उनके ऊपर बोली भी लगी। सिकंदर रजा को 50 लाख रुपये के बेस प्राइस में पंजाब किंग्स ने खरीदा। वह आईपीएल में हिस्सा लेने वाले अपने देश के तीसरे खिलाड़ी होंगे। इससे पहले कोलकाता ने ततेंदा तैबू और सनराइजर्स हैदराबाद ने ब्रेंडन टेलर को खरीदा था।
बता दें की मनीष पांडे को इस बार दिल्ली कैपिटल्स ने 2.4 करोड़ रुपये में खरीदा है। यह उनकी सातवीं टीम होगी। मनीष पांडे इससे पहले रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, मुंबई इंडियंस, पुणे वॉरियर्स, सनराइजर्स हैदराबाद, कोलकाता नाइटराइडर्स और लखनऊ सुपरजाएंट्स के लिए खेल चुके हैं। वहीं, जयदेव उनादकट की बात करें तो उन्हें लखनऊ ने 50 लाख रुपये के बेस प्राइस में खरीदा है। जयदेव की भी सातवीं टीम होगी। वह इससे पहले कोलकाता नाइटराइडर्स, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, दिल्ली कैपिटल्स, राइजिंग पुणे सुपरजाएंट, राजस्थान रॉयल्स और मुंबई इंडियंस के सदस्य रह चुके हैं।
अब तक कोई भी भारतीय खिलाड़ी छह से ज्यादा टीमों से नहीं खेला है। उनादकट और पांडे यह रिकॉर्ड तोड़ेंगे। सबसे ज्यादा टीमों के लिए खेलने वाले खिलाड़ी की बात करें तो ऑस्ट्रेलिया के एरॉन फिंच इस मामले में शीर्ष पर हैं। वह नौ टीमों के लिए खेले थे।