लोकसभा चुनावों से पहले बीजेपी ने सदस्यता अभियान चलाया था। जिसमें कांग्रेस के साथ ही अन्य दलों से कुछ ऐसे नेताओं ने भी भाजपा की सदस्यता ली जो कि चुनाव में प्रतिद्वंदी के नाम पर पहले स्थान पर थे। अब इस सदस्यता अभियान का असर भी दिखने लगा है। जो कि घमासना के रूप में सामने आ रहा है। बीजेपी नेताओं के बीच बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।
उत्तराखंड बीजेपी में इन दिनों घमासान मचा हुआ है। टिहरी गढ़वाल की बात करें या फिर चंपावत की ऐसे कई मामले हैं जहां अब खुलकर नए भाजपाई बने और पुराने भाजपाईयों में घमासान देखने को मिल रहा है। भाजपा द्वारा लोकसभा चुनाव से पहले चलाए गए सदस्यता अभियान के यहां कुछ शुरुआती रुझान देखने को मिल रहे हैं। यहां खुलकर विरोध के सुर सुनाई देने लगे हैं। जिसके बाद सियासी गलियारों में इसकी चर्चाएं हो रही हैं।
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बीजेपी में टिहरी में घमासान देखने को मिल रहा है। दरअसल सोशल मीडिया पर किशोर उपाध्याय का एक पत्र वायरल हो रहा है। इस पत्र में उन्होंने कहा कि दिनेश धनै ने उन पर आरोप लगाए हैं। जिसके बाद उन्होंने टीएचडीसी निदेशक को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि वो जानकारी को साझा करें। कुछ ऐसे टिहरी में बीजेपी के अंदर ही कोल्ड वार शुरू हो गई है।
टिहरी के साथ ही पौड़ी में भी विरोध के सुर देखने को मिल रहे हैं। हरक सिंह रावत की पुत्रवधू अनुकृति गुसाईं के आने से लैंसडाउन विधानसभा सीट के विधायक दिलीप रावत कुछ परेशान नजर आ रहे हैं। उन्होंने इसे सोशल मीडिया पर भी साझा किया है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बिना किसी का जिक्र किए लिख दिया कि, राम तेरी गंगा मैली हो गई, पापियों का मैल धोते-धोते। हालांकि इस पोस्ट पर ना तो किसी का नाम लिखा था और ना इसमें राजनीति की कोई बात थी लेकिन इसे सीधे राजनीति से ही जोड़कर देखा जा रहा है। चर्चाएं हैं कि अनुकृति गुसाईं की भाजपा में एंट्री से दिलीप रावत आहत हैं।
टिहरी और पौड़ी के साथ ही लोहाघाट में भी सदस्यता अभियान के रूझान दिखने लगे हैं। लोहाघाट में पूरन फर्त्याल नाराज हैं। सदस्यता अभियान के दौान कांग्रेस विधायक के भतीजे आनंद अधिकारी ने भाजपा का दामन थामा है। उनकी एंट्री पर पूरन फर्त्याल का कहना है कि इस एंट्री के बदले बड़ी डील हुई है। इसके साथ ही चमोली में भी राजेंद्र भंडारी के भाजपा में आने के बाद से बीजेपी का एक धड़ परेशान है।