Demo

इस वक्त की बड़ी खबर केंद्र सरकार की तरफ से आ रही है जहां बताया जा रहा है कि सरकार ने गुरुवार को देश विरोधी कंटेंट बनाने, विदेशी संबंधों और सार्वजनिक व्यवस्था को लेकर दुष्प्रचार फैलाने वाले 8 यूट्यूब चैनल को ब्लॉक कर दिया है। सूचना प्रसारण मंत्रालय के अनुसार IT नियम 2021 के तहत 7 भारतीय और एक पाकिस्तान के यूट्यूब समाचार चैनल को प्रतिबंधित किया गया है। बता दें कि ब्लॉक किए गए चैनलों को 114 करोड़ से ज्यादा बार देखा जा चुका था और इन चैनलों के 85 लाख 73000 सब्सक्राइबर थे। इन चैनलों में देश विरोधी और झूठी जानकारी दी जा रही थी।
747वेबसाइट,94 चैनलों को पिछले साल किया गया था बंद
21 जुलाई को राज्यसभा में सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर द्वारा बताया गया कि देश विरोधी कंटेंट पेश करने पर 2021-22 में करीब 94 यूट्यूब चैनल और 19सोशल मीडिया अकाउंट को बंद कर दिया गया है। इसी के साथ 747URLs यानी वेबसाइट पर भी प्रतिबंध लगाया गया है।
17 जुलाई को 78 चैनलों पर लगाया बैन
बता दे की सूचना प्रसारण मंत्री ने 78 यूट्यूब न्यूज़ चैनल और उनके सोशल मीडिया अकाउंट को ब्लॉक कर दिया था। IT एक्ट 2000की धारा 69 A के उल्लंघन के आरोप में यह कार्रवाई की गई थी।
25 अप्रैल को 16 यूट्यूब चैनल किए गए थे बैन
अप्रैल में भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा विदेश संबंध और सार्वजनिक व्यवस्था से संबंधित दुष्प्रचार फैलाने को लेकर 16 यूट्यूब न्यूज़ चैनल्स को ब्लॉक कर दिया गया था जिसमें 10 चैनल भारतीय और 6 पाकिस्तान बेस्ड थे।
आईटी नियम 2021 के तहत इमरजेंसी शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए इन्हें ब्लॉक किया गया था सरकार का कहना था कि ब्लॉक किए गए यूट्यूब समाचार चैनलों की दर्शकों की संख्या 68 करोड़ से अधिक थी।
5 अप्रैल को 22 यूट्यूब चैनल कर दिए थे बंद
सूचना प्रसारण मंत्रालय ने आईटी रूल्स 2021 के तहत इमरजेंसी पावर का इस्तेमाल करते हुए 22 यूट्यूब चैनल 3 ट्विटर अकाउंट फेसबुक अकाउंट और एक न्यूज़ वेबसाइट को ब्लॉक कर दिया था।
इन अकाउंट्स और चैनल का इस्तेमाल संवेदनशील और भारत की सुरक्षा विदेश नीति और पब्लिक ऑर्डर से जुड़े मामलों में फेक न्यूज़ और सोशल मीडिया पर गलत जानकारी फैलाने के लिए किया जा रहा था। ब्लॉक किए गए यूट्यूब चैनल्स के पास कुल 260 करोड़ व्यूअरशिप थी।

Share.
Leave A Reply